इलाहाबाद। जमानत मिलते ही फरार हुआ एक कातिल वेष बदलकर मौलाना बन गया। जादू टोना कर लोगों को बेवकूफ बनाने के साथ उसने हलाला कराने की आड़ में 39 औरतों को हवस का शिकार बनाया। आखिरकार उसके पाप का घड़ा भरा और वह पकड़ा गया।
इलाहाबाद पुलिस के मुताबिक आफताफ उर्फ नाटे 33 साल से फरार था। वह इलाहाबाद के शाहगंज थाना क्षेत्र में रहता था। 1981 में मोहल्ले के लड़के मोहम्मद अजमत ने उसकी भांजी से छेड़खानी की थी। इस पर नाटे ने अजमत को गोली से उड़ा दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और दो साल बाद 1983 में जिला कोर्ट ने ताउम्र कारावास की सजा सुनाई। उसने सजा के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील दाखिल की और दो साल बाद 1985 में जमानत पर जेल से बाहर आते ही फरार हो गया।
वह नाम बदलकर मौलाना करीम बन गया और मुंबई, सूरत, अजमेर शरीफ और फर्रुखाबाद जैसे शहरों की मस्जिदों और दरगाहों में छिपता फिर रहा था।
वह दरगाहों में आने वाले श्रद्धालुओं से कहता था- “मैं तांत्रिक हूं, भूत-प्रेत की बाधा दूर कर सकता हूं।” इससे वो लोगों से पैसे ऐंठता और उन्हें ताबीज बनाकर देता था।
नाटे खुद को हलाला निकाह एक्सपर्ट भी बताता था। उसने पूछताछ के दौरान झांसा देकर 39 महिलाओं का हलाला करवाने की बात कबूल की है। उसने लोगों को धोखा तो दिया ही, साथ ही लाखों रुपए भी ऐंठे।
इस धोखेबाजी के लिए उसने अपना नेटवर्क तैयार किया था। 33 सालों में उसने खुद को सिद्ध मौलाना बताकर दर्जन से ज्यादा शागिर्दों की टीम बनाई थी। ये शागिर्द उसके तंत्र-मंत्र की विद्या का प्रचार-प्रसार करते थे।
इधर पुलिस ने उसके परिजन का फोन सर्विलांस पर ले रखा था। 33 साल बाद उसकी लोकेशन मिलने पर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अनिरुद्ध सिंह ने एडीजी इलाहाबाद एसवी सावंत की अगुआई में उसे अरेस्ट कर लिया।