नई दिल्ली। इस बार दिवाली चीन के लिए काली साबित होगी। भारतीय बाजारों में चीनी लाइट्स, झालर और मोमबत्तियों की बिक्री पिछले साल के मुकाबले काफी कम हो गई है। डोकलाम विवाद और स्वदेशी अपनाने की मुहिम का असर बाजार पर भी दिख रहा है। सदर बाजार की कई दुकानों में आपको इस तरह के संदेश दिख जाएंगे। खुद दुकानदार ग्राहकों को चीन का सामान नहीं खरीदने की सलाह दे रहे हैं।
डोकलाम विवाद के बाद से ही चीन के सामान के बहिष्कार के बाद चीनी झालरों की बिक्री कम होती दिख रही है। कई दुकानदारों ने ये फैसला किया है कि वो इस साल चाइनीज सामान नहीं बेचेंगे।हालांकि चाइनीज सामान की कीमत अब भी भारतीय सामान से काफी कम है लेकिन पिछले साल के मुकाबले इनकी बिक्री 40-50 फीसदी तक कम हो गई है।
एसोचैम के एक सर्वे के मुताबिक इस साल दिवाली पर चीनी लाइटों की झालर, गिफ्ट आइटम, दिए और अन्य सामानों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 40 से 45 फीसदी कम होने का अनुमान है। एक चाइनीज झालर 20-30 रुपए से मिलना शुरू होती है जबकि भारतीय झालर कम से कम 60 रुपए में मिलती है, लेकिन चीनी सामान का ऑर्डर मिलने में करीब 5-6 महीने का समय लगता है और डोकलाम विवाद के बाद इस बार कई दुकानदारों ने कम सामान ऑर्डर किए हैं।