कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर स्थित सरसौल कस्बे में एक मकान में जबरदस्त विस्फोट हो गया। धमाका इतना तेज था कि आसपास के चार और मकान ढह गए। मलबे में दबने से तीन लोगों की मौत हो गई जबकि कई और के दबे होने की आशंका है। अब तक मलबे से दो शवों को बाहर निकाल लिया गया है बाकी की तलाश जारी है। यह धमाका अवैध पटाखा गोदाम की वजह से होना माना जा रहा है।
दोपहर करीब एक बजे बाबू सिंह के मकान में विस्फोट हुआ, पुलिस का मानना है कि मकान के अंदर अवैध रूप से विस्फोटक जमा करके पटाखे और देशी बम तैयार किए जा रहे थे। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि आसपास के महात्मा साहू, अरविन्द सैनी और वीरेन्द्र के मकान भी ढह गए। तीनों परिवारों के लोग मलबे में दब गए।
ग्रामीणों ने मलबे से दो शव निकाल लिए जिनमें से एक बाबू सिंह का बेटा नीरज भी शामिल है। एक महिला और एक बच्ची को मलबे से गंभीर रूप से घायल अवस्था में निकाला गया है जिन्हें अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस के साथ आईटीबीपी के जवान भी राहत कार्य में जुटे हैं, मलबे में अभी कितने लोग दबे हैं इसके बारे में कोई कुछ साफ नहीं बता पा रहा है।
तीनों परिवारों के लोग अभी सामने नहीं आए हैं जिससे पता चल सके कि मलबे में कौन-कौन लोग दबे हैं, पुलिस अधकिकारियों ने कई लोगों के मरने की आशंका जताई है। बाबू सिंह जिसके मकान में विस्फोट हुआ उसका कहना है कि मकान किसी को किराए पर दे रखा था जो शायद अवैध पटाखे का कारोबार करता है।
धमाके के बार से चारों तरफ बारूद की गंध फैली है। एटीएस और बम स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंच चुकी है, जबकि एनडीआरएफ की टीम लखनऊ से रवाना हो चुकी है। डीएम और डीआईजी भी मौके पर मौजूद है। राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।
डीआईजी सोनिया सिंह ने बताया कि फिलहाल तो सबसे बड़ी प्राथमिकता वहां फंसे लोगों को जल्द से जल्द निकाल कर अस्पताल पहुंचवाना है। विस्फोट के कारणों की जांच भी की जा रही है और इसके बारे में जल्द बताया जाएगा।