जयपुर। प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों में लैब टेक्नीशियन गुरुवार को 3 दिन के लिए सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। इससे जांच कार्य पूरी तरह ठप हो गया है। राजधानी का एसएमएस अस्पताल हो या अजमेर का जेएलएन अस्पताल याफिर उदयपुर का राजकीय महाराणा भूपाल चिकित्सालय, सभी जगह लैब तकनीशियन की हड़ताल ने तीमारदारों की हालत खराब कर दी। तीमारदार बाजार में प्राइवेट लैब के चक्कर लगाने को मजबूर हो गए। दिन भर अस्पताल की लैब में सन्नाटा पसरा रहा।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी आह्वान पर उदयपुर में भी गुरुवार से तीन दिन तक लैब तकनीशियन हड़ताल पर हैं।
लैब तकनीशियन के हड़ताल पर जाने से संभाग के सबसे बडे़ एमबी अस्पताल सहित अन्य सभी चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं पर व्यापक असर पड़ रहा है। यहां आने वाले मरीजों के स्वास्थ्य संबंधी कोई भी जांच नहीं हो पा रही है और हाॅस्पिटल की सेन्ट्रल लैब सहित तमाम छोटी बड़ी लैब पर ताले जड़े हुए हैं। जांच करवाने के लिए पहुंच रहे मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है और बाहर पैसे खर्च कर जांच करवानी पड़ रही हैं।
हड़ताल पर उतरे लैब तकनीशियन ने अस्पताल परिसर में धरना देते हुए जमकर नारेबाजी कर अपना विरोध जताया। उनका कहना है कि पूर्व में उन्होंने लगातार 72 घंटे तक काम कर सराहनीय सेवाएं दी, लेकिन सरकार ने उनकी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया, ऐसे में उन्हे मजबूरन हड़ताल पर उतरना पड़ा है।