नई दिल्ली। भारत में इंटरनेट पर अश्लील सामग्री परोसने पर तमाम सख्ती के बावजूद इसमें कमी नहीं आ रही है। आलम यह है कि देश में हर मिनट 22 हजार 800 लोग एडल्ट कंटेंट्स खोज रहे हैं।
चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में भारत सबसे बड़ा कंज्यूमर और डिस्ट्रिब्यूटर्स बनता जा रहा है।
हर 40 मिनट में बन रहा गन्दा वीडियो
देश मे स्मार्ट फोन के बढ़ते चलन के कारण देश में हर 40 मिनट में एक गंदा वीडियो बनाकर इंटरनेट पर अपलोड किया जा रहा है।
इस मामले में केरल लिस्ट में टॉप पर है। हरियाणा में मोबाइल पर सबसे ज्यादा इस तरह के कंटेंट देखे जा रहे हैं।
चिंताजनक बात यह है कि इस तरह के जितने पोर्न वीडियो अपलोड किए जाते हैं, उनमें बच्चों और किशोरों के ज्यादा हैं।
टॉप सर्च में चाइल्ड पोर्नोग्राफी की-वर्ड्स
भारत में schoolgirls, teens और desi girls जैसे टॉप सर्च की-वर्ड्स हैं। इन सबसे चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज मैटेरियल (CSAM) को बढ़ावा मिल रहा है।
प्रति दिन सर्च इंजन पर 1,16,000 सवाल आते हैं, ये सब चाइल्ड पोर्नोग्राफी को लेकर होते हैं. इस तरह के सर्च के आंकड़े ऐसे हैं कि आप इन्हें प्रति सेकंड में भी अनुमान लगा सकते हैं. इस हिसाब से प्रति सेकंड में सर्च इंजन पर 380 लोग एडल्ट कंटेंट की तलाश कर रहे हैं। 68 मिलियन सर्च क्वेरिज होती हैं।
छोटे शहरों में बढ़ा चलन
भारत के छोटे शहर (2, 3 और 4 टायर की सिटीज) में एडल्ट क्लिप्स ज्यादा शूट की जा रही हैं। इन्हें मोबाइल से शूट किया जा रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों के बच्चे और शहरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की अश्लील फिल्में बनाई जा रही हैं।