नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल की अचंभित कर देने वाली पाकिस्तान यात्रा और अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ चर्चा भारत में विपक्षी गुटों को अच्छी न लगी हो परन्तु विश्व भर में उसका स्वागत हुआ है।
देश में इस यात्रा को अधिकांश गुटों और लोगों ने सराहा तो है ही, अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र संघ और यहां तक कि पाकिस्तान के नेताओं और अखबारों में भी प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा की सराहना की गई है और उसे भारत-पाकिस्तान सम्बंध सुधारने के लिए एक सकारात्मक दृष्टि से देखा जा रहा है।
अमेरिका ने कहा कि मोदी की यह यात्रा और नवाज शरीफ के साथ भेंट दोनों देशों के बीच सम्बंध सुधारेगी जिससे पूरे क्षेत्र को फायदा होगा।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने मोदी की इस पाक यात्रा पर कहा कि ”हम 25 दिसंबर की प्रधानमंत्री मोदी और नवाज शरीफ के बीच इस बातचीत का स्वागत करते हैं। जैसा कि हमने पहले भी कहा है दोनों पड़ोसी देश भारत और पाकिस्तान में अच्छे सम्बंध सारे क्षेत्र को लाभान्वित करेंगे।”
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान की मून ने इस यात्रा और दोनों प्रधान मंत्रियों की इस बातचीत का स्वागत करते हुए कहा कि यह सही दिशा में लिया गया एक कदम है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि यह आपसी वार्ता और सुदृढ़ होगी और आगे बढ़ेगी ।
संयुक्त राष्ट्र के एक प्रवक्ता ने कहा कि महासचिव दोनों देशों के नेताओं को सदा ही बातचीत करने के लिए प्रोत्साहित करते रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि महासचिव ने इस यात्रा का भरपूर स्वागत किया है।
अमेरिकी टेलीविजन एजेंसी सीएनएन ने इस यात्रा और भेंट को एक ”स्वागत योग्य कदम” बताया और कहा कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच ”बर्फीले सम्बंधों के पिघलने का एक महत्वपूर्ण संकेत है।”
वाशिंगटन पोस्ट ने एक लेख में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ”दोनों देशों के ठंडे-गरम” सम्बंधों को फिर से शुरू करने के लिए एक ”रीसेट बटन दबाया” है जिससे अगले माह होने वाली वार्ता के लिए रास्ते आसान हो जाएंगे।
‘शिकागो ट्रिब्यून’ अखबार के मुताबिक यह अघोषित यात्रा दो परमाणु हथियारों से लैस पड़ोसी देशों के बीच विगलन संबंधों के संभावित संकेत हैं जो भारत-पाकिस्तान संबंधों को सही दिशा में ले जाने के लिए एक सही ”इंजेक्शन” है।
पाकिस्तानी अखबारों ने भी इस यात्रा का स्वागत किया है। ‘द न्यूज’ ने इसे एक सद्भावना यात्रा बताते हुए कहा कि दोनों प्रधान मंत्री भारत-पाकिस्तान शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं । इस यात्रा से दोनों देशों में रिश्ते अच्छे होंगे. दोनों देशों को आपसी सहयोग से समृद्धि के दरवाजे खोलने की आवश्यकता है।
‘द नेशन’ ने इस दौरे को प्रधान मंत्री मोदी का ”डिप्लोमेटिक मास्टर स्ट्रोक” बताया और कहा कि मोदी का इस तरह लाहौर– ‘पाकिस्तान के दिल’– में ठहरना सबको चौंकाने वाला है। मोदी ने लाहौर आने का फैसला ट्विटर पर ऐलान करके सभी को चौंका दिया।
‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने कहा कि यह यात्रा और मोदी-नवाज की चर्चा दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य बनाने के एक अच्छा प्रयत्न है । दोनों प्रधान मंत्रियों के हाथ मिलाने से पैदा हुई गर्माहट से बर्फ पिघली है।