औरंगाबाद। औरंगाबाद के जिलाधिकारी कंवल तनुज अपने बड़बोलेपन के कारण विवाद में फंस गए हैं। वे जोश ही जोश में सार्वजनिक रूप से ऐसा कुछ बोल गए जो उन्हें नहीं बोलना चाहिए था।
उनका कहना था कि जो लोग अपनी पत्नियों के लिए शौचालय का निर्माण नहीं करा सकते, उन्हें अपनी पत्नियों को बेच देना चाहिए।
दरअसल तनुज ने शनिवार को औरंगाबाद जिले के जम्होर गांव में स्वच्छता अभियान मुहिम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि शौचालयों की कमी के कारण महिलाओं की प्रताड़ना होती है और उनका बलात्कार होता है। एक शौचालय के निर्माण में केवल 12 हजार रुपए की लागत आती है…क्या 12 हजार रुपए किसी की पत्नी की मर्यादा से ज्यादा हैं…? कौन 12 हजार रुपए के बदले अपनी पत्नी का बलात्कार होने दे सकता है?’
उन्होंने कहा, ‘यदि इस तरह की आपकी मानसिकता है तब जाइए आप अपनी पत्नी को बेच दीजिए। जो लोग घर मे शौचालय का निर्माण नहीं करा सकते, उन्हें अपनी पत्नियों को बेच देना चाहिए अथवा नीलामी कर देनी चाहिए।
जिलाधिकारी के मुंह से ये शब्द सुनकर गांव वाले स्तब्ध रह गए। उनमें रोष भी फैल गया। ग्रामीणों का कहना है कि जिलाधिकारी का संदेश सही है लेकिन कहने का तरीका कतई सही नहीं था।