नई दिल्ली। गत दिनों गुड़गांव में छह माह की बच्ची की हत्या के बाद उसकी मां के साथ गैंगरेप मामले में मीडिया में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। अपने साथ गैंगरेप होने के बाद पीड़ित महिला अपनी बच्ची की लाश को लेकर राजधानी के धड़कन कहे जाने वाले मेट्रो से दिल्ली के एम्स आई थी।
वही लाश लेकर मेट्रो में सफर करने के खुलासे के बाद मेट्रो पर मौजूद सीआईएसएफ के सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है।
मालूम हो कि गत 29 मई को गुड़गांव में बदमाशों ने चलते ऑटो में एक महिला के साथ गैंगरेप किया। इतना ही नहीं, महिला की 6 महीने की बच्ची को भी सड़क पर पटक कर मार डाला।
पुलिस के मुताबिक, बिहार की रहने वाली महिला अपनी बच्ची के साथ अपने घर जाने के लिए निकली थी। रास्ते में एक ऑटो ड्राइवर ने लिफ्ट देने के बहाने उसे अपने ऑटो में बैठा लिया।
ऑटो में कुछ और लोग भी बैठे थे। उन्होंने महिला से छेड़छाड़ शुरू की तो बच्ची रोने लगी। ये देख उन बदमाशों ने बच्ची को ऑटो से बाहर फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद बदमाशों ने बच्ची की मां के साथ चलते ऑटो में ही गैंगरेप किया।
पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने गैंगरेप की धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इस केस की जांच के लिए गुड़गांव पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है। फिलहाल पुलिस आरोपी ऑटो ड्राइवर और उसके दोस्तों की तलाश में जुटी है।