भरतपुर। वह पढ़ने में होशियार थी और डॉक्टर बनना चाहती थी लेकिन बन गई नर्स। इससे वह डिप्रेशन में आ गई। यह कुंवारी नर्स अक्सर नंगी होकर बॉलकनी में आ जाती और लोगों पर सामान फेंककर हमला कर देती। आखिरकार पुलिस ने उसे पकड़कर पागलखाने में भर्ती करा दिया।
इससे पहले उसने आरी लेकर पुलिस पर भी हमला कर दिया। इससे कुछ पुलिस वालों को भी चोटें आई हैं।
भरतपुर के आरबीएम अस्पताल क्वाटर्स में रहने वाली एक नर्स सीमा (बदला हुआ नाम) के भाई ने बताया कि सीमा इंटेलीजेंट थी। 12 वीं क्लास में उसके 85 प्रतिशत मार्क्स आए थे। इस पर पिता ने उसे कोटा मेडिकल की तैयारी करने के लिए भेजा था। लेकिन उसका मेडिकल में सिलेक्शन नहीं हुआ।
इस पर पिता ने उसका नर्सिंग में एडमिशन करवा दिया। सीमा को डॉक्टर बनाना था लेकिन घरवालों के दवाब में उसने नर्सिंग की पढ़ाई की और सरकारी नौकरी भी लग गई।
तभी से सीमा डिप्रेशन में थी और पिता पर एक साल पहले हमला भी किया था। इसके बाद पिता ने उसे घर से निकाल दिया तो वह सरकारी क्वार्टर में रहने लग गई थी।
वह यहां रहने वाले लाेगों को काफी समय से परेशान कर रही थी। जो भी उसे पकड़ने जाता था उस पर धारदार हथियार से वार कर देती थी। अक्सर वह बॉलकनी ने बिना कपड़ों के आ जाती थी।
पिछले चार दिनों से जब वह अस्पताल नहीं जा रही थी। तो उसके पड़ौसी ने आशंकावश अस्पताल के सीनियर डॉक्टर को बताया। इसके बाद 30 पुलिस वालों की टीम उसे पकड़ने पहुंची। बमुश्किल उसे पकड़कर कपड़े पहनाए गए और फिर जयपुर के पागलखाने पहुंचाया गया।