नई दिल्ली। गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई ने देश की युवा पीढ़ी को सीख दी कि वह अपने सपनों के पीछे दौड़ें और वही काम करें जो उन्हें बेहद रोमांचित करता है। उन्होंने कहा कि जब आप अपने दिल की सुनेंगे तो बेहतर काम करेंगे।
दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में गुरूवार को छात्रों ने पिचाई से गूगल और पिचाई से जुड़े अनेक सवाल पूछे। ऐसे ही एक प्रश्न के जवाब में पिचाई ने कहा कि यदि वो गूगल के सीईओ नहीं होते तो वह किसी सॉफ्टवेयर उत्पाद को बना रहे होते। असल में एक छात्र ने उनसे पूछा था कि यदि वे गूगल के सीईओ नहीं होते तो क्या होते।
पिचाई ने काम के दौरान अलग मत के लोगों के साथ तालमेल बनाकर काम करने की सलाह देते हुए कहा कि जीवन में अनेक बार ऐसे हालात का सामना करना पड़ता है जब आपको काम करने में असुरक्षा होगी, लेकिन आप परेशान या निराश न हों। इसका मतलब है कि जिस माहौल में आप काम कर रहे हैं उसमें कुछ लोग आप से बेहतर हो सकते हैं और उसका सामना करने के लिए खुद को बेहतर करना होगा। पिचाई ने युवाओं को देश के विकास में भागीदार बनने के लिए समझ विकसित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि भारत की तरक्की के लिए यहां सब कुछ मौजूद है लेकिन आपको उसे देखने व समझने और करने की समझ विकसित करनी पड़ेगी। उन्होंने भारत सहित पूरी दुनिया में इंटरनेट के इस्तेमाल में महिलाओं की भागीदारी को बेहद कम बताते हुए इस पर चिंता जाहिर की।