नई दिल्ली। देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश पी. एन. भगवती का गुरुवार को निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थे।
95 वर्षीय जस्टिस भगवती अपने पीछे पत्नी प्रभावती भगवती और तीन बेटियों का परिवार छोड़ गए हैं। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जस्टिस भगवती के निधन पर शोक जताया है।
जस्टिस भगवती हमेशा जनहित याचिका यानी पीआईएल लागू करने के लिए याद किए जाएंगेे। उन्होंने पीएलआई को कानूनी मान्यता देकर देश से भ्रष्टाचार खत्म करने की दिशा में अहम योगदान दिया है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ट्वीट कर कहा कि न्यायिक क्षेत्र में भगवती का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि जस्टिस भगवती ने न्यायिक व्यवस्था को आम व्यक्ति के सुलभ बनाया।