इंदौर। अगर आपको व्हाट्स एप पर किसी अनजान लड़की का हाय-हेल्लो वाला मैसेज मिले तो सावधान! हो सके तो वहीं तक सीमित रहें। कहीं ऐसा न हो कि वह आपको दोस्ती का ऑफर दे और आप उसके जाल में फंस जाएं।
यहां बाणगंगा पुलिस ने ऐसे ही गिरोग का भंडाफोड़ किया है जो संभ्रांत परिवार के लड़कों को अपने जाल में फंसाकर लूट लेता है। पुलिस ने गिरोह की मास्टर माइंड लड़की और तीन लड़कों को पकड़ा है।
दरअसल पुलिस के पास दो अलग पीड़ित आए। दोनों ही एक ही तरीके से लूट के शिकार हुए। शाजापुर जिले के देवली गांव में रहने वाले मनीष ने सतवास थाने में बाबू, समीर और दो लड़कियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई कि गांव की ही एक महिला ने उसे सूनसान जगह पर मिलने के लिए बुलाया। वह एक दोस्त को लेकर कार से उससे मिलने पहुंचा। लवकुश चौराहे पर महिला और उसकी एक सहेली मिली।
यहां से वे कार से एक पार्क में पहुंचे। वहां एक लड़का मिला, जिसे लड़कियों ने अपना दोस्त बताया। यहां से सब कन्नौद के जंगल में पहुंचे। जंगल में जब मनीष और उसका दोस्त लड़कियों से एकांत में ‘बात’ करने लगे, तभी उसका साथी कार लेकर भाग गया।
इसी प्रकार महावीर बाग के रहने वाले हर्षदीप जैन ने बाणगंगा थाने में लूट की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि कोमल नामक युवती ने पहले वाट्सएप के बहाने करीबी बढ़ाई और फिर एकांत में मिलने बुलाया।
टिगरिया बादशाह में जब वे एकांत में ‘बात’ कर रहे थे, तभी सचिन उर्फ चीना और छोटू अपने एक साथी के साथ पहुंचे और उस रेप का आरोप लगाते हुए उसकी दो अंगूठियां, पर्स, एटीएम कार्ड, दो मोबाइल और नकदी ले गए।
सीसीटीवी से आए पकड़ में
पुलिस ने वारदात वाले स्थान के आसपास से सीसीटीवी फुटेज निकलवाए। इसमें दो लड़कियां और उनके साथ आए लड़कों के फोटो पुलिस को मिल गए। इसके बाद टीम ने आरोपी कोमल व उसके साथी सचिन उर्फ चीना को पकड़ा। उनकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों को भी धर दबोचा।
यूं फांसते थे शिकार
कोमल ने बताया कि उसकी सहेली, चीना और छोटू लड़कों लड़कों के नंबर निकालते थे। इसके बाद कोमल और उसकी सहेली लड़कों से वाट्सएप चेटिंग करती थी। जब उन्हें लगने लगता कि लड़का अब पूरी तरह उनकी गिरफ्त में है तो वे उसे एकांत में मिलने बुलाती थी। जैसे ही वह उससे मिलने आता उसके साथी उसे पकड़कर रेप का आरोप लगाते हुए धमकाते थे और उसे लूट लेते थे।