जयपुर। पश्चिमी संस्कृति की खुलकर खिलाफत करने वाले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की नजर मेें वेलेंटाइन डे भोग-वासना का त्योहार है। आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार ने साफ कहा कि वेलेंटाइन डे रेप और अवैध बच्चे बढ़ाने की वजह बन गया है।
राजधानी में स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा होने के बाद इंद्रेश ने कहा कि भारत में प्यार का मतलब पवित्रता से है लेकिन पश्चिमी सभ्यता ने इसे व्यावसायिक रूप दे दिया।
हम राधा-कृष्ण, लैला-मजनू और हीर-रांझा के गानों में महसूस कर सकते हैं कि प्यार पवित्र भाव है लेकिन पश्चिमी संस्कृति ने इसे व्यावसायिक बना दिया है। वेलेंटाइन डे इसी व्यावसायिकता का प्रमाण है। इसी वजह से रेप, अवैध बच्चे और महिलाओं के खिलाफ हिंसा बढ़ रही है।
इंद्रेश ने कहा कि भारत ने प्रेम को जिस रूप में प्रस्तुत किया, उससे दुनिया में उसे विश्व गुरु का दर्जा मिला। भारत में स्त्री और पुरुषों का संबंध पवित्रता की कसौटी पर है, इसलिए सार्वजनिक स्थानों पर इसका प्रदर्शन सही नहीं है। वेलेंटाइन डे भोग और वासना का त्योहार बनकर रह गया है।