नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल माधव दवे का गुरुवार सुबह दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया। अचानक तबीयत बिगडऩे पर उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया जहां कुछ देर बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया। वह 61 साल के थे। उनके निधन की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई।
उनका पार्थिव शरीर निजी विमान से भोपाल लाया जाएगा और अंतिम दर्शन के लिए भाजपा प्रदेश कार्यालय में रखा जाएगा। दवे का जन्म 6 जुलाई, 1956 को उज्जैन के पास बडऩगर में हुआ। उन्होंने गुजराती कॉलेज, इंदौर से एम.कॉम किया। वे संघ प्रचारक रहे और शादी नहीं की थी।
मोदी ने ट्वीट कर उनके निधन को निजी क्षति बताया है। साथ ही प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी, कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई नेताओं ने शोक जताया।
आरएसएस पृष्ठिभूमि से आए दवे नर्मदा के उद्धार और पर्यावरण रक्षा के लिए जाने जाएंगे। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि दवे की इच्छा के मुताबिक शुक्रवार को नर्मदा किनारे ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।