इस्लामाबाद। हैदराबाद की लियाकत मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढऩे वाली एक खूबसूरत युवती कब आईएसआईएस की जिहादी बन गई, उसके घर वालों तक को पता नहीं चला। दो महीने पहले वह घर से अचानक लापता हो गई और जब मिली तो सब हैरान रह गए। वह मानव बम के तौर पर गिरफ्तार हो चुकी है।
नौरीन जबर लेघारी नामक यह 20 वर्षीय युवती दो महीने में ही आईएसआईएस की ब्यूटी बम बन गई। पुलिस को दिए बयान में खुद नौरीन ने कहा कि उसके पिता का नाम अब्दुल जब्बार है, जो कि यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. वह खुद लियाकत मेडिकल यूनिवर्सिटी में सेकेंड ईयर की छात्रा है।
उसने साफ किया कि उसे किसी ने अगवा नहीं किया। वह अपनी मर्जी से लौहार रवाना हुई थी। वह शुरू से ही दहशतगर्द बनना चाहती थी। उसके साथ अब्बू फौजी नाम का लड़का था, जो उसके साथ कार्रवाइयों में शामिल था।
पुलिस के अनुसार वह ईस्टर के दिन किसी चर्च में मानव बम बनकर हमला करने की तैयारी में थी। इसके लिए उसे तंजीम ने विस्फोटक से भरी जैकेट मुहैया कराई थी। इससे पहले ही 14 अप्रैल की रात को सुरक्षा एजेंसियों ने उसे छापा मारकर पकड़ लिया। उसके सच्चाई सामने आते ही हर पाकिस्तानी खौफजदा है।
पड़ोसी हैरान, यूं आया इतना बदलाव
मेडिकल छात्रा नौरीन लेघारी जब सिंध प्रांत के जामशोरो के लियाकत यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस में पढ़ती थी तो उसके चाल-चलन से किसी को जरा भी शक नहीं था। वह सामान्य सी लड़की थी और सिर्फ पढ़ाई से वास्ता रखती थी।
पिछले साल से ही नौरीन में बदलाव दिखने लगा था। वह इंटरनेट पर तारिक नामक आतंकी के संपर्क में थी। उसने उसका ब्रेनवॉश कर आतंकतवाद की तरफ धकेल दिया। वह अचानक बुर्का पहनने लगी और पांचों वक्त नमाज पढऩे लगी। 10 फरवरी को यूनिवर्सिटी से लापता नौरीन बगदादी की सेना में शामिल हो गई थी।