कौशाम्बी। यूपी के कौशाम्बी में रहने वाली एक युवती मीनू ने सीएम योगी आदित्यनाथ को अपने खून से खत लिखा है। इसमें उसने यह लिखकर हड़कम्प मचा दिया कि उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह आत्मदाह कर लेगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी योगी सरकार की होगी।
उसने योगी के राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप उर्फ धुन्नी सिंह पर गंभीर आरोप लगाया है।
कौन है मीनू
तेली का पूरा गांव की रहने वाली मीनू यादव अपने भाई रविंद्र के मर्डर केस में इंसाफ की गुहार लगा रही है। उसकेे मुताबिक 24 साल का रवींद्र इलाहाबाद में EVIZ डॉटकॉम नामक कंपनी में काम करता था। वहीं उसकी दोस्ती फतेहपुर निवासी पंकज चौहान से हुई।
रवींद्र पंकज के घर आता-जाता था, जहां उसकी मुलाकात पंकज की बहन अंजुमन सिंह से हुई। उन दोनों में प्यार हो गया। अपनी बहन का रवींद्र संग प्रेम संबंध पंकज को मंजूर नहीं था। उसने 8 मार्च को रविंद्र को फतेहपुर बुलाया।
फतेहपुर जाते हुए रवींद्र ने अपनी फोटो व्हॉट्सएप के जरिए परिजनों और दोस्तों को भेजी थी। उसके बाद उसका फोन स्विचऑफ हो गया। अगले ही दिन 9 मार्च को रवींद्र की लाश बिंदकी रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर मिली।
संदिग्ध हालत में थी लाश
रविंद्र की लाश टुकडे टुकड़े मिली थी। बदन पर कोई कपड़ा नहीं था। ट्रैक के किनारे रवींद्र के कपड़े और चप्पल रखे हुए थे।
पुलिस को ट्रैक के पास ही एक खंजर भी पड़ा मिला, जिससे ट्रेन की चपेट में आने से पहले मर्डर होने का शक पैदा हुआ।
फैमिली को डेडबॉडी मिलने से पहले ही उसका अज्ञात बॉडी के रूप में पोस्टमॉर्टम हो चुका था।
मृतक के पिता शिव प्रताप के तहरीर पर कल्यानपुर पुलिस ने पंकज सिंह चौहान और अंजुमन सिंह के खिलाफ मर्डर और शव ठिकाने लगाने के मामले में आईपीसी की धारा 302, 201 के तहत केस दर्ज किया था।
मीनू यादव का कहना है कि उसके भाई का मोबाइल अभियुक्तों के गांव से ही बरामद हो चुका है। लेकिन पुलिस मंत्री के दबाव के चलते आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है।
उधर एसपी फतेहपुर उमेश कुमार का कहना है कि मंत्री पर आरोप गलत है। रवींद्र यादव की लाश रेलवे ट्रैक पर मिली थी। उसका मोबाइल गायब है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी की बहन से मृतक के अफेयर की पुष्टि नहीं हो पा रही है।