फिलाडेल्फिया। यहां 14 साल की एक किशोरी को यौन दासी बनाकर 2 साल तक उससे जिस्म फरोशी कराने का मामला सामने आया है। किशोरी का कहना है कि इस दरमियान करीब 1 हजार लोगों ने उसका रेप किया। अब किशोरी भारी भरकम मुआवजे की मांग करते हुए एक मोटल पर मुकदमा ठोका है।
इस मोटल को मानव तस्करी के अड्डे के रूप में जाना जाता है। इस मोटल में किराए से कमरे मिलते हैं जहां कम उम्र की लडकियों को लेकर लोग आते हैं।
पीडित लडकी के वकील नदीम बेजार ने बताया कि होटल में किशोरी को 2 साल तक बंधक बनाकर रखा गया और इस दौरान 1000 से भी ज्यादा लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के मजबूर किया गया।
इस दौरान होटल के मालिक और स्टाफ मानव तस्करों को किराए पर कमरा देकर लडकी का शोषण करते रहे। होटल ने मुनाफा कमाया लेकिन यौन उत्पीडन को रोकने की कोशिश नहीं की।
गत शुक्रवार को फिलाडेल्फिया के कॉमन प्ली कोर्ट में होटल, उसके प्रबंधक और उसकी पेरेंट कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। यह केस क्लाइन एवं स्पेक्टर फर्म ने पीडित लडकी की ओर से दर्ज कराया है।
वकील बेजार का कहना है कि यह पेनसिल्वेनिया मानव तस्करी कानून 2014 के तहत दर्ज किया गया है। संभवतया यह पहला केस है जिसमें पीडित से प्रत्यक्ष-परोक्ष लाभ कमाने वालों से मुआवजे दिलाने का प्रावधान है। पीडित के वकील ने 50,000 डॉलर के मुआवजे की मांग की है।
घर छोड़ते ही दलदल में फंसी
लडकी ने अपने माता-पिता से किसी मसले पर विवाद हो जाने के बाद घर छोड दिया था। उसके बाद बुरे लोगों के समूह के संपर्क में आ गई। उसे यौन दासता में धकेल दिया गया। हालांकि लडकी का उत्पीडन करने वालों पर दोषी सिद्ध हो गया है और जेल में हैं। पीडिता के परिवार और वकीलों को उम्मीद है कि इस अपराध के लिए मोटल मालिक जिम्मेदार है।