रत्न सीधे-सीधे ग्रहों को प्रभावित करते हैं। जिनसे हमारी तकदीर बदल सकती है। लेकिन इनका इस्तेमाल बेहद सावधानी से करना चाहिए, क्योकि जो चीज हमें फायदा पहुंचाती है, वह हमारा नुकसान भी कर सकती है।
यह बरतें सावधानी
ज्योतिष की सलाह से ही रत्न ग्रहण किया जाए। कुंडली के अशुभ ग्रहों के विश्लेषण के बिना कोई रत्न धारण नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे रत्नों के अशुभ प्रभाव भी हम पर पड़ सकते हैं। अशुभ ग्रहों का निर्धारण तृतीयेश, षष्ठेश एवं द्वादशेश के माध्यम से करने के बाद ही रत्नों को धारण करना चाहिए।
किसके लिए कौनसा उपयुक्त
विद्वानों से सलाह लेने के बाद हम आपको बताते है कि किस राशी पर कौन सा रत्न शुभ होगा और किस पर अशुभ।
पुखराज : पुखराज यदि मूंगा के साथ धारण किया जाए तो यह सबसे ज्यादा लाभकारी मेष राशी वालो के लिए रहेगा साथ ही वृश्चिक लग्न वाले मूंगा के साथ पीला पुखराज धारण कर सकते हैं। कर्क लग्न वालों को मोती या मूंगा के साथ पीला पुखराज तथा मिथुन लग्न वालों को गुरु की महादशा में इसे धारण करना चाहिए इसके अलावा सिंह लग्न के जातक इसे माणिक्य के साथ धारण करें सबसे ज्यादा मिथुन लग्न वालों को पुखराज हानि पंहुचा सकता है।
माणिक : मेष लग्न वाले जातकों के लिए माणिक्य आत्म उन्नति, राज्यकृपा,संतान सुख आदि को प्राप्त कराने वाला होता है। वृष, तुला, कर्क, सिंह तथा वृश्चिक एवं धनु लग्न के जातकों के लिए माणिक्य शुभकारी, नेत्र रोग हर तथा सौभाग्यवर्धक माना जाता है। मिथुन, कन्या, मकर, कुंभ एवं मीन लग्न के जातकों के लिए माणिक्य अशुभ होता। माणिक्य के साथ हीरा, नीलम, गोमेद या लहसुनिया कतई धारण नहीं करना चाहिए।
नीलम : मकर एवं कुंभ लग्न वालों के लिए नीलम सदा लाभकारी होता है। । मेष लग्न वालों की कुंडली में शनि अगर प्रथम, द्वितीय, चतुर्थ, पंचम, नवम, दशम या एकादश भाव में स्थित हो तो शनि की महादशा या अंतर्दशा में नीलम धारण करना शुभकारी होता है। वृष एवं तुला लग्न वालों को हीरा के साथ नीलम व मिथुन एवं कन्या लग्न के जातकों के लिए पन्ना के साथ नीलम अधिक फलदायी होता है। कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु एवं मीन लग्न वालों के लिए नीलम अशुभ होता है। नीलम के साथ माणिक्य मोती, मूंगा या पीला पुखराज कभी नहीं धारण करना चाहिए।
मूंगा : वृष, मिथुन एवं कन्या लग्न वालों को मूंगा धारण नहीं करना चाहिए । वृश्चिक एवं मीन लग्न वालों के लिए मूंगा हमेशा शुभकारी होता है। मेष, कर्क, सिंह राशि के जातकों के लिए मूंगा माणिक्य के साथ लाभकारी होता है। धनु एवं मकर लग्न वाले जातकों को मंगल गंभीर स्थिति में ही मूंगा धारण करना चाहिए।
हीरा : कन्या एवं मिथुन लग्न वाले शुक्र की महादशा में पन्ना के साथ हीरा धारण करें। वृष तथा तुला लग्न वालों के लिए हीरा जीवनभर शुभकारी होता है। मकर तथा कुंभ लग्न वाले चांदी में हीरा मढ़ाकर धारण कर सकते हैं। मेष, वृश्चिक, कर्क, सिंह, धनु एवं मीन राशि वालों के लिए हीरा अशुभ होता है।
पन्ना : सिंह लग्न वाले बुध की महादशा में पन्ना धारण कर सकते हैं। वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर एवं कुंभ लग्न वालों के लिए पन्ना हीरा के साथ अधिक फलदायी होता है। वृश्चिक लग्न वालों की कुंडली में बुध अगर प्रथम, द्वितीय, चतुर्थ, पंचम, नवम या एकादश भाव में हो तो पन्ना के साथ इसे धारण किया जा सकता है। मेष, कर्क एवं मीन लग्न वाले जातकों के लिए यह मारक रत्न माना जाता है।
मोती : अधिकतम स्थिति में मोती वृष, धनु, मकर एवं कुंभ लग्न के जातकों के लिए अशुभ माना जाता है। मोती के साथ गोमेद,पन्ना,नीलम या हीरा कभी भी नहीं धारण करना चाहिए। तुला, वृश्चिक, मीन एवं कर्क लग्न वाले जातकों के लिए मोती आजीवन शुभकारी होता है।