चंडीगढ़। आरक्षण को लेकर जाटों का अनिश्चितकालीन धरना हरियाणा में रविवार को फिर शुरू हो गया है। ग्यारह माह बाद दोबारा हो रहा यह धरना 19 जिलों में दिया जा रहा है। जाट आरक्षण समर्थक विभिन्न जिलों में बनाए गए धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं।
हालांकि धरने को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हुए हैं। प्रमुख मार्गों के साथ ही हाईवे पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। संवेदनशील जिलों व स्थलों पर अर्द्धसैनिक बलों के जवान लगातार मार्च कर रहे हैं तथा कई जगहों पर नाके बंदी की गई है।
पिछली बार आंदोलन के केन्द्र रहे रोहतक, हिसार, कैथल, झज्जर, सोनीपत व जींद में विशेष निगाह रखी जा रही है। फतेहाबाद में ड्यूटी में लापरवाही बर्तने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा यह अनिश्चितकालीन धरना आरम्भ किया गया है। आंदोलनकारी जाट नेताओं ने आरक्षण मिलने तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी है। यशपाल मलिक गुट इस धरने में ज्यादा सक्रिय है।
हालांकि जाटों के कई गुटों को धरने में शामिल नहीं होने के लिए मनाने में सरकार कामयाब हो गई है लेकिन फिर भी धरनास्थल पर आरक्षण समर्थक लोगों के पहुंचने का क्रम जारी है। प्रशासन का पूरा जोर आंदोलन के दौरान सामान्य जनजीवन प्रभावित होने से रोकने पर है।
प्रशासन द्वारा इसके दृष्टिगत सभी प्रमुख मार्गों के साथ ही नहरों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन आदि पर सुरक्षा के विशेष बंदोबस्त किए हैं। इसके तहत, सोनीपत में दिल्ली को पानी की सप्लाई करने वाली मुनक नहर की सुरक्षा के लिए भी एक टुकड़ी तैनात की गई है।
यही नहीं, झज्जर, सोनीपत, रोहतक, जींद, कैथल व हिसार में सोशल मीडिया पर सुरक्षा एजेंसियां निगाह रखे हुए हैं।
फतेहाबाद में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में एसपी ओपी नरवाल ने पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।