गुलजार की कविताओं से गुलजार हुआ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल
January 20, 2017
breaking, जयपुर
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जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का दूसरा दिन शुुक्रवार को गुलजार की कविताओं से गुलजार हो गया।
अपनी कुछ रचनाओं को किताब का रूप देने वाले गुलजार की किताबों का अंग्रेजी में ट्रांसलेशन किया पवन वर्मा ने। इस दौरान गुलजार ने कविताओं से समां बांध दिया। गुलजार की कविताएं सुन श्रोतामंत्र मुग्ध हो गए।
गुलजार के बोल….. उसने जानें क्यों अपने कंधों पर नीलगाय का एक टैटू बनवाया था। मर जाता कल दंगों में, अच्छे लोग थे, गाय देखकर छोड़ दिया।
राजनेताओं पर कविता यूं पढ़ी… बहुत से मसले लेकर गया था बड़े नेता की मीटिंग में वो ही सब हल करेंगे हमारी चॉल में पानी का प्रॉब्लम है। मेरे बच्चे की फीस में दाखिले का प्रोब्लम है उसे दाखिल कराने के लिए फंड देना पड़ता है। बड़े नेता ने समझाया- करप्शन और भ्रष्टाचार से साफ करना है। हमारे साथ रहना तुम हमेशा। मैं लौट आया वहां से। समझ नहीं आया कि कौन किसके मसलों को हल करेगा।
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