लखनऊ। यूपी के कई जिलों से कैदी के भागने व मोबाइल से बात किए जाने के मामले को संज्ञान में लेते हुए अपर पुलिस महानिदेशक कारागर जी.एल. मीणा ने यह फरमान जाहिर किया है कि प्रदेश के समस्त जेल अधीक्षकों और उप-जेल अधीक्षकों यह ध्यान रखें कि अगर जेल के भीतर किसी भी कैदी के पास मोबाइल बजता है तो जेलर अपने ही जेल में कैद किए जाएंगे।
अपर पुलिस महानिदेशक कारागार मीणा ने कहा कि रेंज में तैनात पुलिस उपममहानिरीक्षक को दूसरे रेंज में हो रही गड़बड़ियों की जांच के लिए भेजा जायेगा। अगर किसी जेल अधीक्षक व उपजेल अधीक्षक की शिकायत मिलती है तो उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश के लोगों से अपील करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक कारगार ने कहा कि निर्वाचन चुनाव 2017 के समय अवधि के दौरान आम जनता पुलिस की मदद करें।
वहीं जेल में हो रही किसी भी गड़बड़ी की सूचना सीधे उनके सरकारी सीयूजी नंबर 9454418151 पर देते हुये सूचित करें। उन्होंने बताया कि निर्वाचन अवधि के दौरान एक विशेष टीम जेल पर निगरानी रखेगी और छापेमारी करेगी। यह टीम के सदस्य जेल के भीतर किसी भी समय कभी भी आ जा सकेंगे।