खंडवा। कच्ची उम्र में वह दुष्कर्म का शिकार हो गई। उसके गर्भ ठहर गया लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। अपना और अपने बच्चे का भविष्य बनाने के लिए उसने वापस स्कूल ज्वॉइन किया।
उसने सातवीं की परीक्षा दी। अच्छे नंबरों से पास भी हुई। अब वे आठवीं की पढ़ाई में जुट गई है। वह घर पर छोटे-भाई बहनों का पढ़ा भी रही है।
मध्यप्रदेश खंडवा के खेड़ी कित्ता क्षेत्र निवासी इस पीडि़ता ने पढ़ाई के प्रति ऐसा जज्बा दिखाया कि सभी उसकी सराहना कर रहे हैं।
पीडि़ता ने कहा कि बच्चे को जन्म देने के बाद उसने आत्महत्या का मानस बना लिया था लेकिन मां और पिता ने उसे हिम्मत बंधाई।
उन्होंने कड़वी यादों को भुलाकर नए सिरे से जिंदगी संवारने के लिए प्रेरित किया तो वह जी-जान से पढ़ाई में जुट गई। अलबत्ता आठवीं की पढ़ाई वह गांव से दूर हॉस्टल में रहकर करना चाहती है।