चेन्नई में रात भर रोते रहे लोग, सुरक्षा के इंतजाम सख्त हुए
December 6, 2016
देश दुनिया, पॉलिटिक्स
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चेन्नई। तमिलनाडु में अम्मा के नाम से मशहूर जयललिता के निधन की खबर से राज्य की राजधानी में रात भर चारों ओर रोने-बिलखने का ही मंजर रहा। अपोलो अस्पताल, मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पोयस गार्डेन और एआईएडीएमके कार्यालय के बाहर लोगों के चीखने की आवाजें गूंजती रहीं।
हालात पर नजर रखने और लोगों को शांत रखने के मकसद से प्रदेश की राजधानी सहित पूरे राज्य में सुरक्षा बंदोबस्त और कड़े कर दिए गये हैं।
सोमवार की शाम को जयललिता के निधन की अफवाह के बाद अपोलो अस्पताल के बाहर भगदड़ मच गई थी। इसको देखते हुए सुरक्षा इंतजाम और सख्त कर दिए गये थे। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे अपनी नेता के निधन की खबर के बाद लोगों की भीड़ बढ़ती गई। पहले तो लोगों को इस खबर पर यकीन ही नहीं हो रहा था। लोग एक दूसरे से इस दुखद खबर की पुष्टि करते रहे।
जब अपोलो अस्पताल की ओर से मुख्यमंत्री जयललिता के निधन की पुष्टि करते हुए बुलेटिन जारी किया गया तो एकबारगी लोग स्तब्ध रह गये। ऐसी आशंका के बावजूद लोगों को इस खबर पर जैसे भरोसा नहीं हो रहा था।
कुछ देर बाद अपोलो अस्पताल से जब एक-एक कर मंत्रियों की गाड़ियां बाहर निकलने लगीं, तब लोग चिल्लाने लगे। रात तीन बजे के करीब जब जयललिता का शव लेकर एम्बुलेंस अस्पताल से बाहर निकली तो आकुल व्याकुल लोगों की भीड़ उनके आवास की ओर बढ़ने लगी। अस्पताल के बाद लोगों ने पोयस गार्डेन की तरफ जाना शुरू कर दिया। अपनी नेता के अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को राजाजी हॉल में रखे जाने की खबर आने पर वहां पहले से ही लोग एकत्र होने लगे थे।
हालात को नियंत्रित रखने के लिए सारे इंतजाम किए गये हैं। एहतियात के तौर पर कर्नाटक पुलिस के दल को भी बुलाया गया है। सीमा सुरक्षा बल और सीआइएसएफ को पहले ही सचेत कर दिया गया था। इसके पहले कर्नाटक से आने वाली बसों में तोड़फोड़ की खबर आने के बाद कर्नाटक परिवहन निगम ने अपनी बसों का परिचालन बंद कर दिया था।
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