मालदा। तीन दिनों से एटीएम के चक्कर काटने के बाद भी पैसे नहीं निकाल पाने से निराश एक व्यक्ति ने मानसिक अवसाद का शिकार हो खुदकुशी कर ली। मालदा शहर से 55 किमी दूर बामनगोला थाने के खिडपाडा गांव में देर रात इस घटना के बाद इलाके में शोक की लहर है।
पुलिस ने बताया कि मृतक की शिनाख्त गोविंद सरकार (42) के रूप में की गई है। पेशे से दिहाडी मजदूर गोविंद सात दिन पहले हैदराबाद में रोजगार कर सामान्य रूपये के साथ अपना घर लौटा। इन पैसों से वह गांव में कुछ लोगों से लिए कर्ज चुकाया। गोविंद की पत्नी आंगुरी सरकार दिल्ली में परिचायिका का काम करती है।
गोविंद की दो बेटी व एक बेटा है। बडी बेटी चम्पा सरकार ने बताया कि पिता हैदराबाद से जो कमा कर लाए उससे कर्ज चुका दिया गया। उसकी मां बीच-बीच में दिल्ली से उसके व उसके पिता के खाते में पैसे भेजती है। उसने बताया कि फिलहाल उनके पास पैसे की भारी किल्लत है। एटीएम से पैसे निकालने के लिए उसके पिता पिछले सोमवार से प्रयास कर रहे हैं, पर हार बार उन्हें नाकामी हाथ लगती है।
सुबह भी उसके पिता पैसे निकालने के लिए एटीएम की लाइन में खड़े रहे, पर उनका नंबर आने से पहले बैंक में पैसा खत्म हो गया। घर लौटकर उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ इस बात को लेकर काफी हंगामा किया। इसके बाद वह अपनी बहन के साथ पैसे के जुगाड के लिए पडोस के घर चली गयी। रात को घर लौटते पर उसका पिता घर में सिलिंग फैन से झूलते मिला। बामनगोला थाने के ओसी आसुतोष पाल ने बताया कि गोह्नवद के आत्महत्या के पीछे पैसा मुख्य कारण है अथवा कुछ और कारण है पुलिस इसकी जांच कर रही है।