नई दिल्ली। वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) की मांग को लेकर एक पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल ने मंगलवार रात को आत्महत्या कर ली। रामकिशन अपने कुछ साथियों के साथ छठे और सातवें वेतन आयोग के मुताबिक बढ़ी हुई पेंशन की मांग को लेकर जंतर—मंतर पर धरने पर बैठे थे।
रक्षा मंत्री को दिये जाने वाले अपने ज्ञापन पर ही रामकिशन ने सुसाइड नोट लिखा है। नोट में उसने लिखा, मैं मेरे देश के लिए, मेरी मातृभूमि के लिए और मेरे देश के वीर जवानों के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने जा रहा हूं।
आत्महत्या से पहले उन्होंने परिवार को फोन कर इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के रवैये से अवगत कराया। ग्रेवाल ने कहा कि वह आत्महत्या करने जा रहे हैं क्योंकि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है।
परिजनों ने बताया कि रामकिशन और उनके साथी मंगलवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से मिलने गये थे, लेकिन मुलाकात नहीं होने से वह बहुत दुखी थे। इसके बाद ही उन्होंने जहर खा लिया। उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। रामकिशन हरियाणा के रहने वाले थे।