कानपुर। वाराणसी में जय गुरूदेव संगत समागम में हादसे से सबक लेते हुए प्रशासन ने यहां के सजारी में होने वाले समागम की अनुमति रद्द कर दी है। माना जा रहा है एलआईयू रिपोर्ट व नवागंतुक एसएसपी की पहल पर आयोजन की मंजूरी रोकी गई है।
बिधनू के सजारी गांव में जय गुरूदेव के उमाकांत महाराज गुट का संगत समागम 25 अक्टूबर को होना था। जय गुरूदेव संगत गोविन्द नगर के अध्यक्ष ओम प्रकाश चतुर्वेदी ने एसीएम सतीश चन्द्र को अर्जी देकर संगत समागम की अनुमति मांगी थी। जिसमें कहा गया था कि 10 हजार अनुयायियों के आने की संभावना है।
जिला प्रशासन ने नौ सितम्बर को समागम की अनुमति भी दे दी। लेकिन इसी बीच वाराणसी में दूसरे गुट पंकज बाबा के संगत समागम में दो दर्जन से अधिक अनुयायियों की मौत हो गई। जिसके बाद गड़बड़ियों की आशंका के चलते कानपुर जिला प्रशासन ने सजारी में होने वाले समागम की अनुमति रद्द कर दी।
इसके बाद आयोजक ने अपनी ही जमीन पर आयोजन का हवाला देकर दोबारा अनुमति मांगी। जिसके बाद एलआईयू ने एक बार फिर जांच की और रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने संगत समागम को मंजूरी नहीं दी।
सूत्रों के मुताबिक एसएसपी आकश कुलहरि के हस्तक्षेप के चलते अनुमति नहीं दी गई है। बताते चलें कि वाराणसी में जय गुरूदेव समागम हादसे के दौरान कुलहरि वाराणसी के एसएसपी रहे।
एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने बताया कि अनुमति के दौरान आयोजक ने तथ्य छिपाया था। एलआईयू रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया कि समागम में अनहोनी हो सकती है। जिसके चलते समागम की अनुमति रद्द की गई है।
इसके साथ ही सभी अपर नगर मजिस्ट्रेटों व थानाध्यक्षों को लिखित आदेश दे दिए गए हैं कि अगर आयोजक किसी भी प्रकार का आयोजन करते हैं तो तत्काल उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि शहर में धारा 144 लागू है ऐसे में कोई भी कार्यक्रम बिना अनुमति के नहीं हो सकते।