सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले में अंधविश्वास के चलते एक तांत्रिक महिला पर जुल्म करता रहा और भीड़ तमाशबीन बनकर सब कुछ देखती रही। सबसे चौंकाने वाली बात यह हैं कि यह पूरा तमाश अस्पताल के कॉरिडोर में तीन घंटे तक चला।
दरअसल सागर निवासी 25 वर्षीय गर्भवती अर्चना पति भानू चढ़ार की तबीयत ठीक नहीं होने के कारण उसे बुंदेलखण्ड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। तबीयत में सुधार न होता देख उसके परिजनों ने अस्पताल में ही एक तांत्रिक को बुलाया और अर्चना को झाड़ फूंक कर ठीक करने को कहा। अस्पताल पहुंचे तांत्रिक ने अस्पताल के कॉरिडोर में ही अंधविश्वास का खेल खेलना शुरू कर दिया। पहले उसने गर्भवती महिला को अपने पास बैठा लिया। उसके बाद उसके कान में कोई मंत्र फूंककर उसे चांटा मारना शुरू कर दिया। तांत्रिक इतने पर ही नहीं रूका उसने गर्भवती अर्चना की कोई चिंता किए बगैर उसे घसीटना शुरू कर दिया। तीन घंटे तक सब कुछ यूही चलता रहा। तांत्रिक के जुल्म से महिला निढाल होकर जमीन पर गिर गई। इस दौरान वहां तमाशा देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। अस्पताल के कर्मचारी भी मौके पर ही मौजूद थे। लेकिन किसी ने भी इसका विरोध नहीं किया। महिला के परिजनों का कहना है कि अर्चना पर भूत का साया हैं। वो रात में सोते हुए अचानक चीखने लगती है और बड़बड़ाती हैं। वो कहती है कि कोई उसके बच्चे को ले जा रहा हैं। डॉक्टरों को भी इसकी वजह समझ नहीं आ रही थी। ऐसे में उन्होंने तांत्रिक का सहारा लिया।
जब यह तमाशा चल रहा था उसी दौरान एआरटी (एंटी रेट्रो वाइरस ट्रीटमेंट) सेंटर के कंसल्टेंट अनुपम बोहरे वहां मौजूद थे। उन्होंने तांत्रिक को अस्पताल से भगाने की कोशिश की, इस पर वो भडक़ गया और कंसल्टेंट को भूत लगाने की धमकी देने लगा। तांत्रिक और महिला के परिवार के दबाव में आखिरकार अनुपम बोहरे को भी पीछे हटना पड़ा। अस्पताल प्रबंधन से इस संबंध में बात करने पर कोई इसे आस्था से जुड़ा मामला बता रहा हैं तो किसी का कहना हैं कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं हैं।