चंडीगढ़। हरियाणा के भिवानी जिले में एक अनोखे किस्म का मामला सामने आया है, जिसके मुताबिक एफआईआर छोटे पर हुई थी, जबकि उसकी जगह उसका बड़ा भाई जेल चला गया। एक सप्ताह जेल में रहने के बाद उसे जमानत भी मिल गई, लेकिन अब जब मामले से पर्दा उठा तो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी था। फिलहाल दोनों भाइयों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
मई 2016 में पुलिस ने पीडीपीपी एक्ट के तहत मोखरा निवासी दीपक के खिलाफ मामला दर्ज किया था। भिवानी अदालत में आरोपी दीपक को पेश किया गया, लेकिन उसके बाद जेल में दीपक के स्थान पर आरोपी के बड़े भाई बजरंग को भेज दिया गया। करीबन सप्ताह भर जेल में रहने के बाद जमानत हो गई और हाल ही में सब डिविजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सौरभ गुप्ता की अदालत में दीपक को पेश किया गया तो वकील ने खुलासा किया कि जेल कोई दूसरा व्यक्ति काटकर आया है।
इसके बाद सब डिविजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सौरभ गुप्ता ने थाना प्रभारी को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। अदालत के आदेश पर पुलिस ने दीपक व बजरंग के खिलाफ भादस की धारा 417, 419, 420, 177 के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। इस संबंध में थाना प्रभारी कुलदीप सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अदालती आदेश पर दोनों के खिलाफ मामला दर्ज करा जांच की जा रही है। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता सत्यवान श्योराण की मानें तो यह बड़ा गंभीर मामला है। आरोपी के कोर्ट में पेश होने के बाद जेल में दूसरे व्यक्ति का जाना यह दर्शाता है कि पुलिस की यह बड़ी लापरवाही है।