नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। माधव स्मृति सेवा प्रन्यास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अजमेर के तत्त्वावधान में तेजा दशमी व रामदेव जयंती मनाई गई। इसमें विभिन्न वर्गों की कबड्डी प्रतियोगिताओं का आयोजन शहीद अविनाश माहेश्वरी विद्यालय, भगवान गंज में किया गया । कार्यक्रम का शुभारम्भ बाबा रामदेव के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसमें अजयमेरु महानगर की चार वर्गों कक्षा 6 से 9, कक्षा 10 से 12 , महाविद्यालय विद्यार्थी एवमं कर्मचारी व्यवसायियों की 32 टीमों ने भाग लिया।
विजेता दलों के प्रत्येक खिलाड़ी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक विजयानंद जी तथा विभाग संघचालक बसंत विजयवर्गीय ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
प्रान्त प्रचारक विजयानंद ने बाबा रामदेव के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे सामाजिक समरसता के पुरोधा थे, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समाज में सामाजिक समरसता स्थापित करने के लिए न्यौछावर कर दिया। आज के युग में उनके विचारों को आत्मसात करने की आवश्यकता है। समाज को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समरसता का वातावरण स्थापित करना चाहिए।
भारतीय खेल से हमारा शारिरिक मानसिक और बौद्धिक विकास तो होता ही है साथ ही इनके माध्यम से युवाओं में देश भक्ति की भावना भी जाग्रत होती है। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि युद्ध के समय संघ कार्यकर्ताओं द्वारा अपनी जान की बाजी लगाकर सेना की मदद की गई। सेना के एक अफसर ने तत्कालीन सरसंघचालक श्री गुरुजी से प्रश्न किया कि आप ऐसे देशभक्त कार्यकर्ताओं का निर्माण कैसे करते हैं तब परम पूजनीय गुरूजी का उत्तर था कि हम तो सिर्फ कबड्डी खेलते हैं। इन सामान्य खेलों से ही खेल खेल में देश के लिए जीने और मरने का भाव स्वत: ही पैदा हो जाता है।
विजयानन्द जी ने आज के बच्चों की प्रवृति पर चिंता जताते हुए कहा कि आज के युग में बालक खेल तो खेलते हैं, परंतु अधिकतर कंप्यूटर व मोबाइल पर। जिससे उनका शारीरिक विकास रुक भी जाता है और मानसिक रोग भी हो जाते हैं। जबकि मिट्टी में खेलने मात्र से कई सारे रोग स्वत: ही दूर हो जाते हैं।
विभाग प्रचार प्रमुख निरंजन शर्मा ने बताया कि इस प्रतियोगिता के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यवाह हनुमान सिंह व अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के संगठन मंत्री विपिन जी भी उपस्थित थे।