अलवर। श्रावण शुक्ल पूर्णिमा 18 अगस्त गुरूवार को अटूट बंधन का पर्व रक्षा बंधन हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। रक्षाबंधन से एक दिन पूर्व ही भद्रा समापन होने से इस बार पूरे दिन ही बहिने अपने भाई के राखी बांध सकेंगी। दोपहर 1.30 से 3 बजे तक राहुकाल होने से डेढ़ घण्टा राखी बांधने के लिए वर्जित माना गया है।
पंडित यज्ञदत्त शर्मा ने बताया कि उद्यात में पूर्णिमा होने से यह त्यौहार इस बार पूरे दिन ही मनाया जायेगा। इस बार भद्रा नहीं होने से भी रक्षा बंधन का पर्व विशेष सुख समृद्धिदायक व उन्नति कारक रहेगा। पंडित यज्ञदत्त शर्मा ने बताया कि रक्षाबंधन पर सर्वप्रथम मुख्य द्वार के दोनों तरफ रक्षा सूत्र बांधनी चाहिए। यह रक्षा सूत्र घर में निवास करने वाले सदस्यों में अमरता, निडरता, स्वाभिमान, कीर्ति और स्नेह को बढ़ाने वाला होता है।