नागपंचमी 7 अगस्त को, प्रशासन ने तय की दर्शन व्यवस्था
उज्जैन। रविवार को नागपंचमी है। इस दिन महाकाल मंदिर के शिखर के तीसरे तल पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट वर्ष में एक बार 24 घंटे के लिए खुलते हैं। श्रद्धालु भी वर्ष में एक बार ही इस मंदिर में दर्शन कर पाते हैं। शनिवार रात 12 बजे मंदिर के पट खुलेंगे और विधि-विधान से पूजा पश्चात मध्य रात्रि 2 से 3 के बीच श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाएगा। शनिवार रात्रि 10 बजे से दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की कतार लगना प्रारंभ हो जाएगी।
महकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रभारी अध्यक्ष अविनाश लवानिया, एसपी मनोहरसिंह वर्मा ने संयुक्त रूप से बताया कि शनिवार रात्रि 12 बजे महानिर्वाणी अखाड़े के महंत प्रकाशपुरीजी महाराज के सान्निध्य में नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खोले जाएंगे। विधि-विधान से पूजा-अर्चना पश्चात मध्य रात्रि 2 से 3 के बीच श्रद्धालुओं को दर्शन हेतु प्रवेश प्रारंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंदिर के पट रविवार रात्रि पूजा पश्चात बंद होंगे। व्यवस्था स्वरूप हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नागपंचमी, रविवार को रात्रि 10.30 बजे पश्चात कतार को रोक दिया जाएगा और श्रद्धालुओं का प्रवेश कतार में आने हेतु बंद कर दिया जाएगा। ताकि 10.30 बजे तक जितने लोग कतार में हो उन्हें रात्रि 12 बजे के पूर्व दर्शन कराए जा सकें। नागपंचमी पर दोपहर 12 बजे भगवान नागचंद्रेश्वर की शासकीय पूजा होगी। वहीं महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के द्वारा भगवान महाकाल की सायं आरती पश्चात नागचंद्रेश्वर की पूजा की जाएगी।
यह रहेगी दर्शन व्यवस्था
मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासन आरपी तिवारी ने बताया कि भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर में दर्शन हेतु व्यवस्था इस प्रकार से की गई है-
-सामान्य दर्शनार्थी महाकाल मंदिर के समीप स्थित पुलिस चौकी के सामने से बेरीकेट्स में होते हुए माधव सेवा न्यास की पार्किंग में लगे बेरीकेट्स में पहुंचेंगे। यहां से कॉरीडोर होते हुए महाकाल टनल में जाएंगे। महाकाल के टनल से संगमरमर गलियारा होते हुए नृसिंह मंदिर के समीप श्रद्धालुओं को लाया जाएगा। यहां से महाकाल मंदिर परिसर में बनी लोहे की सीढिय़ों से नागचंद्रेश्वर मंदिर पहुंचेंगे। पीछे की ओर स्थित सीढिय़ों से पुन: मंदिर के नीचे आ जाएंगे।
-विशेष दर्शन हेतु 250 रुपए की टिकट रखी गई है। यह टिकट खरीदने वाले श्रद्धालुओं को सीधे कॉरीडोर से टनल में, संगमरमर के गलियारे से होकर नृसिंह मंदिर तथा यहां से नागचंद्रेश्वर मंदिर ले जाया जाएगा। विशेष दर्शन टिकट खरीदने हेतु काउंटर फूडजोन, बड़ा गणेश मंदिर के सामने, महाराजवाड़ा भवन के समीप तथा हरसिद्धि मंदिर धर्मशाला चौराहे पर लगाए जाएंगे।
-महाकाल मंदिर के प्रसादी काउंटर मंदिर परिसर स्थित निर्गम द्वार पर रहेंगे।
-वृद्ध, दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों को दर्शन हेतु प्रवेश पत्र तथा पूछताछ केन्द्र निर्गम द्वार के सामने फूडजोन में स्थापित रहेगा।
-महाकाल भगवान की भस्मारती हेतु नियमित श्रद्धालुओं को प्रवेश मध्य रात्रि 3 बजे महाकाल प्रवचन हॉल से दिया जाएगा।
-सामान्य दर्शनार्थियों को महाकाल मंदिर में दर्शन हेतु भस्मारती प्रवेश द्वार से प्रवेश दिया जाएगा। यहां से श्रद्धालु विश्राम धाम, सभा मण्डप, आपातकालीन द्वार होते हुए गर्भगृह में पहुंचेंगे।
-एक दिन के लिए महाकाल मंदिर में विशेष दर्शन टिकट की बिक्री बंद रहेगी।