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18 जून तक दस्तक दे सकता है मानसून


इंदौर। मध्यप्रदेश में इस बार मानसून 18 जून तक दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग ने राजधानी भोपाल में जहां 20 जून को मानसून आने की संभावना जताई है, वहीं इन्दौर समेत राज्य के दक्षिणी-पश्चिमी हिस्सों में 18 जून को मानसून की झमाझम बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।

बता दें कि इंदौर में प्राय: 13 जून को मानसून आता है। पिछले दस वर्षों में इन्दौर में सन 2008 और पिछले वर्ष 2015 में मानसून ने इन्दौर में 14 जून को दस्तक दे दी थी लेकिन सन 2012, 2013 और 2014 में मानसून जुलाई में ही आया। बाकी के वर्षां में मानसून का आगमन जून में ही हुआ।

जून माह में इन्दौर में मानसून का आगमन का मुख्य जलवायु लक्षण है, जिसके कारण दिन का तापमान तेजी से कम होते जाता है। 10 जून के आस पास अधिकतम तमापान 40 डि.से. से भी कम दिखाई देता है। माह का औसत अधिकतम तापमान जो माह जून के प्रथम सप्ताह में 41 डि.से. से भी कम होता है, माह के अंत तक 34 डि.से. तक पहुंच जाता है। माह का औसत न्यूनतम तापमान प्रथम सप्ताह में 25 से 26 डि.से. के बीच होता है, जो माह के अंत तक 25 डि.से. तक पहुंच जाता हे। माह की औसत वर्षा 153.2 मि.मी. है। गर्जन होने वाले दिनों की संख्या 6.6 है। गर्जन की कुछ घटनाएं झंझा के साथ जुड़ी होती है।

इन्दौर में माह में जलवयु का लक्षण मिला जुला होता है। माह के प्रथम 10 से 12 दिनों तक भीषण गरमी के बाद मानसून के आगमन की वजह से राहत महसूस होती है। कभी-कभी पहले या दूसरे सप्ताह के अंत में तेज गर्मी का अनुभव होता है।, जिसके पश्चात वातावरण में एकदम बदलाव आ जाता है। इन्दौर में मानसून का आगमन बंगाल की खाड़ी में निर्मित निम्नदाब क्षेत्र या चक्रवात तुफानों के उत्तरपूर्व दिषाएं में बढ़ने के कारण भी होता है जो अस्थाई होता है। भारत के दक्षिण प्रायदीप में मानसून की शुरूआत होती है। जैसे-जैसे शुष्क हवा आर्द्र में बदलते हुये उपमहाद्वीप के अन्य भागों में फैल जाती है और इस तरह मानसून की जोरदार वर्षा होती है।