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हाई बोल्टेज : कर्मचारियों के साथ संदिग्ध युवती, मचा हड़कम्प


रीवा। कल रात लगभग 9.30 बजे के बाद अचानक शिल्पी प्लाजा ए-ब्लाक के पीछे स्थित पटवारी प्रशिक्षण शाला के पास खड़े कुछ युवकों ने पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र के अन्दर एक संदिग्ध युवती को कुछ कर्मचारियों के साथ जाते देखा जिसके बाद पूरे इलाके में तेजी से यह खबर फैली। कुछ ही देर में पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र के बाहर लोगो का अच्छा खासा जमघट लग गया। जब कि पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र अन्दर से बंद था अन्दर कौन कौन मौजूद था इस बात की जानकारी किन्तु स्थानीय लोगो की सूचना पर कुछ पुलिस कर्मी जरूर पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र पहुंचे किन्तु उनकी गतिविधियां देखकर यह साफ समझ में आ रहा था कि पुलिस कर्मी भी नशे में टुन्न है।

कोठी कम्पाउण्ड परिसर पर स्थित शिल्पी प्लाजा ए-ब्लाक के पीछे पटवारी प्रशिक्षण शाला के बाहर जहां सैकड़ों लोगो की भीड़ जमा हो गई वहीं घटना की जानकारी मिलते ही कुछ देर बाद पुलिस कर्मी भी पहुंच गये। काफी देर तक पुलिस कर्मियों ने पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र का दरवाजा खटखटाया किन्तु अन्दर से न तो दरवाजा की खुला और न ही कोई कुछ बोलने को तैयार था लगभग 3 घंटे चले इस हाई बोल्टेज ड्रामें के बाद अन्तत: पुलिस कर्मियों के साथ साथ तमाशबीन भी एक एक कर मौके से चलते बने किन्तु हकीकत क्या थी यह आज भी शहर में चर्चा का विषय बनी रही।

काफी देर तक पुलिस कर्मियों ने पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र का दरवाजा भड़ भड़ाया किन्तु अन्दर से कोई जवाब नहीं मिला। प्रत्यक्ष दर्शियों की माने तो इस दौरान कलेक्ट्रेट के एक जिम्मेदार अधिकारी भी अपने वाहन से वहां से गुजरे और कुछ देर खड़े होकर तमाशा देखते रहे और जब खबर नवीशों की नजर उन पर पड़ी तो वे भी चुप चाप वहां से दुबक लेना ही उचित समझा क्यों कि उक्त अधिकारी के विभाग का ही यह मामला था।

इस मामले में सबसे महत्व पूर्ण पहलू यह था कि जब पुलिस कर्मियों को यह जानकारी मिली की एक युवती के साथ संदिग्ध अवस्था में पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र में कुछ कर्मचारी मौजूद है बावजूद इसके जब पुलिस कर्मी मामले की हकीकत जानने के लिये पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र पहुंचे तो उनके साथ कोई महिला आरक्षक क्यों नहीं थी। क्योंकि एक युवती से जुड़ा मामला होने के कारण महिला आरक्षक का सार्थ में होना जरूरी था। प्रत्यक्ष दर्शियों की माने तो कल रात लगभग 9.30 बजे से लेकर 1 बजे तक पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र के सामने लोगो का अच्छा खासा जमघट लगा रहा। किन्तु यह पता किसी को नहीं लग पाया की आखिर मामला क्या था। क्या शरारती तत्वों द्वारा किसी तरह की अफवाह उड़ाई गई थी या हकीकत में पटवारी प्रशिक्षण केन्द्र में कल रात एक संदिग्ध युवती के साथ कुछ कर्मचारी मौजूद थे।

वैसे भी कोठी कम्पाउण्ड परिसर में अंधेरा कहराने के बाद आवारा किस्म की महिलाओं एवं युवतियों की चहल पहल बढ़ जाती है। जिसके बाद इनके चाहने वाले भी इनके आस पास मड़राने लगते है। पूर्व में सांई मंदिर के पास पुलिस द्वारा एक जोड़े को संदिग्ध अवस्था में धर दबोचा गया था। बाद में मामला रफा दफा कर दिया गया था।

इस तरह के हालात कोठी कम्पाउण्ड परिसर के तब है जब व्यंकट भवन के पास सिविल लाइन थाना द्वारा डायल 100 वाहन का प्वाइंट निर्धारित किया गया। जहां पर हर समय डायल 100 वाहन नजर भी आता है। आखिर डायल 100 वाहन में तैनात पुलिस कर्मी वहां खड़े खड़े क्या करते है। उन्हें यह सब गोल माल क्यों नजर नहीं आता। यह बताने की जरूरत नहीं है। शहर के लोग और जनता सब समझदार है। महिला को महिला थाने में रखा गया है।