उज्जैन। सिंहस्थ मेला क्षेत्र को विषैले जीवों से दूर करने के लिए विशेषज्ञों की संख्या बढ़ाई गई है। सिंहस्थ मेला क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों से दलों के पास निरन्तर कॉल आने की समीक्षा के पश्चात् वन विभाग ने विशेषज्ञों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया। इसके अलावा विशेषज्ञ दलों में चिकित्सकों को भी तैनात किया गया है, जो विषैले जीवों को पकड़ने में दल के सहयोगी के रूप में शामिल हैं।
चामुण्डा झोनल अधिकारी मनोज सरियाम ने जानकारी देते हुए बताया कि नये विशेषज्ञों ने अपना कार्य सुचारू रूप से प्रारम्भ कर दिया है। उन्होंने बताया कि झोन में गत चार दिनों में सर्प निकलने की सूचना में तेजी से वृद्धि को देखते हुए 35 स्नेक कैचिंग एक्सपर्ट को प्रशिक्षित किया गया है। यह प्रशिक्षण स्नेक कैचिंग स्पेशलिस्ट के द्वारा दिया गया है।
दो मिनिट में स्नेक कैचिंग दल सर्प वाले स्थान पर पहुंचा
वन विभाग के वनपाल मदन मोहरे ने बताया कि गत दिवस मंगलवार को स्नेक कैचिंग दल मंगलनाथ क्षेत्र में अपना कार्य सम्पादित कर रहा था। उसी समय गायत्री मन्दिर क्षेत्र से स्नेक कैचिंग दल के पास सर्प निकलने की सूचना दी गई। उक्त स्थान पर दल दो मिनिट में पहुंच कर सर्प पकड़ने की पूरी कार्यवाही की। इस स्थान से लगभग छह फीट का ब्लेक कोबरा शाम के समय लगभग 7.30 बजे पकड़ा गया। यह देखकर फोन करने वाले व्यक्ति ने काफी संतोष व्यक्त किया।
दल में शामिल विशेषज्ञ
वन विभाग द्वारा विषैले जीवों तथा नुकसान पहुंचाने वाले जानवरों को काबू में करने के कार्यों की समीक्षा करते हुए दल में शामिल लोगों की संख्या बढ़ाई गई है। स्नेक कैचिंग के लिये शाजापुर व इन्दौर से विशेषज्ञों को बुलाया गया है। इनके साथ ही स्थानीय उज्जैन निवासी भी विशेषज्ञ के रूप में ही शामिल रहेंगे। विभाग द्वारा बन्दर के लिये 12 व्यक्ति, सर्प पकड़ने के लिये 15 व्यक्ति, हाथी के लिये 30 व्यक्ति व आवश्यकता पड़ने पर तेंदुआ पकड़ने के लिये भी दल गठित किया गया है, जिसमें 12 व्यक्ति शामिल हैं। स्नेक कैचिंग के लिये प्रशिक्षण देने के अलावा ऐसे जानवर, जो बिदक या मस्त होने पर नुकसान पहुंचा सकते हैं, उनके लिये भी प्रशिक्षण आयोजित किया जा चुका है। ऐसे जानवरों को काबू में करने के लिये पांच व्यक्तियों को ट्रेंकुलाइजर गन चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है।
इन सभी दलों को चिकित्सकों द्वारा समय-समय पर सलाह भी दी जाती है। सिंहस्थ के मद्देनजर दो ऐसे चिकित्सकों को तैनात किया गया है, जो हर समय अपनी सेवाएं देंगे। सिंहस्थ के लिये मुकेश जैन व स्वाति दुबे को इन दलों की सहायता करने के लिये नियुक्त किया गया है। ये चिकित्सक नुकसान पहुंचाने वाले उपयोगी जानवरों को काबू करने के लिये चिकित्सकीय डोज बनाकर प्रदान करने में सहयोग करेंगे।