नई दिल्ली और देवास की संयुक्त कंपनी करेगी
उज्जैन। सिंहस्थ के दौरान आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग व्यवस्था प्रदेश में पहली बार विश्वस्तरीय दर्जे की स्थापित करने के प्रयास किये गये है। इन करोड़ों श्रद्धालुओं के वाहनों की उचित पार्किंग के लिए मेला प्रशासन द्वारा पार्किंग व्यवस्था के लिए टेंडर खोले गये। मेला प्रशासन द्वारा इस बार डाटा संधारण और पार्किंग की केन्द्रीय व्यवस्था के मद्देनजर सभी पार्किंग स्थानों का संयुक्त टेंडर खोला गया। सिंहस्थ की पार्किंग व्यवस्था के लिए महेश सनी इंटरप्रायजेस प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली और देवास को जिम्मा सौंपा गया। इस कंपनी को 4 करोड़ 11 हजार रूपये में ठेका प्रदान किया गया।
इस कंपनी को 7 सैटेलाईट टाउन और 5 बड़ी पार्किंग को स्मार्ट पार्किंग बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 1 अप्रैल से प्रारंभ होने वाली स्मार्ट पार्किंग को विश्वस्तरीय पार्किंग बनाने का कार्य किया जाएगा। सिंहस्थ के दौरान 12 स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था के लिए 80 से अधिक ऑटोमेटिक बूम बैरियर लगाये जाएंगे। इसी तरह 24 घंटे सीसी टीवी के माध्यम से पार्किंग स्थलों को लाइव देखा जाएगा। वाहनों की पार्किंग व्यवस्था करने से पूर्व वाहनों के नंबर प्लेट पिक्चर को क्लिक कर डाटा संधारण में भी उपयोग किया जाएगा। डाटा संधारण के लिये रियल टाइम डाटा उपलब्ध होगा। पार्किंग व्यवस्था के टिकिट मशीन द्वारा जनरेट किये जाएंगे।
पार्किंग व्यवस्था के लिए अलग से मोबाइल एप बनेगा
सिंहस्थ के दौरान आने वाले सभी श्रद्धालुओं को पार्किंग को लेकर कोई जद्दोजहद नहीं करना पड़े इसलिए मेला प्रशासन ने पार्किंग के लिए यह शर्त रखी है कि जिसे ठेका प्रदान किया जाएगा वह कंपनी मोबाइल एप भी बनाएगी। इस मोबाइल एप में पार्किंग क्षेत्र का पूरा स्टेटस मौजूद होगा। मोबाइल एप के द्वारा ऑनलाइन बुकिंग भी कराना संभव होगा। पार्किंग व्यवस्था में प्रीमियम पार्किंग भी रखी गई है। किसी वाहन की विशेष देख-रेख और साफ-सफाई भी की जाएगी। सभी पार्किंग स्थलों पर लॉकर फैसिलिटी भी उपलब्ध होगी।
उज्जैन पहुंचने वाले सभी मुख्य मार्गों पर 10 & 10 की एलईडी लगाई जाएगी
सिंहस्थ के दौरान उज्जैन पहुंचने वाले सभी मुख्य मार्गों पर 10 & 10 की एलईडी लगाई जाएगी। सभी एलईडी उज्जैन से 20 किलोमीटर पूर्व किसी मुख्य स्थान पर लगाये जाएंगे। इसके अलावा 52 इंच के टेलीविजन भी लगे होंगे। 20 स्थानों पर कियोस्क सेंटर भी स्थापित किये जाएंगे, जहाँ से सामान्यजन भी पार्किंग के लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकेगा। मेला कार्यालय प्रशासन द्वारा पार्किंग व्यवस्था में यह शर्त भी रखी गई है कि एक स्थान पर बुक करने के बाद सभी पार्किंग स्थानों पर पार्किंग मान्य किया जाएगा। पार्किंग व्यवस्था के अंतर्गत कॉलसेंटर भी कार्य करेगा।
लोकल वाहनों के लिए फ्री, ट्रेक्टर ट्रॉली के लिए 20 रूपये शुल्क
मेला प्रशासन द्वारा खोले गये टेंडर में यह शर्त मुख्य रूप से रखी गई है कि यदि 10 या इससे अधिक वाहन लाइन में खड़े होते हैं और जाम लगने जैसी स्थिति निर्मित होती है तो प्रावधान के अनुसार पार्किंग संचालक को दंडित किया जाएगा। दंड के तौर पर पार्किंग संचालक को लाइन में लगी सभी वाहनों को बिना शुल्क के पार्किंग करवाना होगा। पार्किंग के लिए लोकल वाहनों को फ्री में व्यवस्था की गई है। दो पहिया वाहनों के लिए 10 रूपये शुल्क, कार, मैजिक जैसे अन्य हल्केग चार पहिया वाहनों के लिए 50 रूपये, व्यावसायिक वाहनों के लिए 150 रूपये, बसों के लिए 100 रूपये व पूरे दिन के लिए 300 रूपये, कैब व टेक्सी के लिए 50 रूपये व दिन भर के लिए 100 रूपये, ट्रेक्टर ट्रॉली के लिए 20 रूपये शुल्क लिया जाएगा। क्लॉक रूम व्यवस्था के लिए 20 रूपये प्रति 12 घंटे शुल्क देना होगा। यदि कोई व्यक्ति अनधिकृत क्षेत्र में वाहन पार्किंग करता है तो दो पहिया वाहन के लिए 200 रूपये, कार 400 रूपये व ट्रक को टोइंग करने के लिए 1500 रूपये शुल्क लिया जाएगा।