रतलाम. मध्य प्रदेश के रतलाम में साध्वी प्राची ने कहा कि महिलाओं और युवतियों को पर्स में लिपिस्टिक नहीं बल्कि चाकू रखना चाहिए, ताकि कोई जिहादी उनका गला काटे उससे पहले ही बहन-बेटी उसकी गर्दन उतार लें. साध्वी प्राची आगर-मालवा जाते समय आलोट के कल्पेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए रुकी थीं. उन्होंने जमीयत उलेमा ए हिंद के मौलाना अरशद मदनी के बयान पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी.
साध्वी प्राची ने कहा कि हिंदुस्तान हिंदू राष्ट्र था, हिंदू राष्ट्र है और हिंदू राष्ट्र रहेगा. सन् 1947 का बंटवारा धर्म के आधार पर ही हुआ था, जिसमें हिंदुओं को हिंदुस्तान मिला था. साध्वी प्राची ने कहा कि मदनी को हिंदू धर्म की एबीसीडी भी नहीं मालूम. 100-200 साल पहले मदनी भी कन्वर्ट हुए हैं, ऐसे में उन्हें फिर से हिंदू धर्म में घर वापसी कर लेना चाहिए. गौरतलब है कि साध्वी प्राची अपने विवादित बोल के लिए जानी जाती हैं. उनके बयान पर अक्सर विवाद हो जाता है.
बयान पर बवाल
दिल्ली में जमीयत उलमा-ए-हिंद के मंच पर जमीयत के वरिष्ठ धार्मिक गुरु मौलाना अरशद मदनी ने अल्लाह और ओम एक बताया था. उनके इस बयान पर बवाल मचा हुआ है. भाजपा नेता रूबी आसिफ खान ने पलटवार करते हुए मदनी पर अमर्यादित टिप्पणी कर डाली है. उन्होंने कहा कि मदनी अपने परिजन से पूछें कि जब वह पैदा हुए थे तो हिंदू थे या मुसलमान.
भाजपा जयगंज मंडल की उपाध्यक्ष रूबी ने कहा कि सब सनातन धर्म में ही पैदा हुए हैं. बाद में खतना करके मुसलमान बनाए जाते हैं. उन्होंने मौलाना को नसीहत दी है कि वह इस तरह के बयानों से बाज आएं. इंसान जब जन्म लेता है, तब वह सनातन धर्म में ही पैदा होता है. पैदा होने के बाद ही मुस्लिम बनाया जाता है.