मंडला। मध्य प्रदेश के मंडला में बड़ा घोटाला सामने आया है। मृत कर्मचारियों के नाम पर वेतन और भत्ते का भुगतान हुआ है। 45 लाख रुपये के इस घोटाले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के कार्यालय से मृतक कर्मचारी के नाम पर वेतन निकाला गया और छात्रवृत्ति की राशि को भी एक व्यक्ति के खाते में स्थानांतरित किया गया। जांच के बाद निवास थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिसमें पांच लिपिक और कंप्यूटर ऑपरेटर सहित कुल 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
घोटाले की मुख्य भूमिका में बीईओ कार्यालय के अस्थाई कर्मचारी, कंप्यूटर ऑपरेटर सतीश बर्मन का नाम सामने आया है। आरोप है कि सतीश लंबे समय से फर्जीवाड़ा करते हुए मृत कर्मचारियों के वेतन को अपने रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर रहा था। इसके अलावा, छात्रवृत्ति की राशि, बोर्ड की संबद्धता शुल्क, और हाउस रेंट में भी अनियमितताएं पाई गई हैं।
यह मामला पहली बार तब सामने आया जब भोपाल स्थित ट्रेजरी एंड अकाउंट की तकनीकी टीम को निवास बीईओ कार्यालय के कुछ लेन-देन संदिग्ध लगे। इसके बाद जबलपुर के कोष और लेखा विभाग को मई महीने में जांच के लिए पत्र भेजा गया, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। जांच में 2018 से 2024 के बीच 45 लाख रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ।