भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी को आइटम कहने के विरोध में सोमवार को राजधानी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौन उपवास पर बैठे। उधर इंदौर में ज्योतिरादित्य सिंधिया धरने पर बैठे। वहीं भाजपा के अन्य नेताओं ने अलग-अलग हिस्सों में मौन प्रदर्शन किया।
मध्यप्रदेश में 25 से ज्यादा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान होने हैं। उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार के दौरान गन्दी राजनीति शुरू हो गई है। इसी क्रम में बुजुर्ग पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में आईं इमरती देवी को आइटम कह डाला। इससे राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
धरने पर बैठने से पहले शिवराज चौहान ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयानों को बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, देश में मां, बहन और बेटियों का सम्मान रखा जाएगा, हम महिलाओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह केवल इमरती देवी का ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश की बेटियों-बहनों का भी अपमान है। कमलनाथ एक बेटी के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसने इतने लंबे समय तक कांग्रेस की सेवा की। यह वही देश है जहां द्रौपदी का अनादर करने पर महाभारत हुआ था। लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्हें शर्म आनी चाहिए।
सालों तक जिस बेटी ने कांग्रेस की सेवा की उसके विरुद्ध अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। क्या गरीब बेटी का अपमान किया जाएगा। क्या बहन-बेटियों का कोई सम्मान नहीं है। क्या उनके सम्मान को पैरों तले कुचला जाएगा। धिक्कार है कमलनाथ जी पर, जो इतने घटिया स्तर की राजनीति कर रहे हैं।