प्रखंड चिकित्सा अधिकारी प्रशांत जैन ने कहा कि ग्रामीणों के इलाज के लिए बुधवार को तीन डॉक्टरों का एक मेडिकल कैंप लगाया गया। 56 में से 12 ग्रामीणों को टीकमगढ़ जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जैन ने कहा कि नौ महीने की नवजात बच्ची जयंती, जो पहले से ही अस्वस्थ थी और उसे थोड़ी खीर दी गई थी, की सोमवार को पानी की कमी के कारण मौत हो गई। हालत बिगड़ने की वजह से 9 साल की प्रियंका की भी मौत हो गई।
सरपंच पुष्पेंद्र जैन के एक प्रतिनिधि ने कहा, ‘रविवार दोपहर एक धार्मिक कार्यक्रम में कम से कम 600 लोगों ने खीर का सेवन किया। बाद में अलग-अलग इलाकों में खीर भी बांटी गई। इसके सेवन से 60 लोग बीमार पड़ गए और डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। ग्रामीण इस मामले में कोई पुलिस केस नहीं चाहते क्योंकि उन्होंने ही सामूहिक रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया था।’ टीकमगढ़ कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।