रतलाम। मंदसौर जिले के अधिकारियों की लापरवाही नीमच जिले की मनासा तहसील के कई गांवों के लोगों के लिए मुसीबत लेकर आई है। इन गांवों में बाढ़ के हालात बन गए। बुधवार को मंदसौर के अधिकारियों ने नीमच जिला प्रशासन को बगैर सूचना दिए रेतम बैराग बांध के 14 गेट खोले दिए। इससे 12 गांव पानी से घिर गए। दो दर्जन परिवारों को छत पर बैठकर जान बचानी पड़ी।
रतलाम, नीमच, मंदसौर जिले में दो दिन से भारी बारिश जारी है और नदी व नाले उफान पर आ गए। भारी बारिश के चलते मंदसौर के मल्हारगढ़ तहसील में गाडगिल सागर भरने से इसके 7 गेट और उसके बाद रेतम बैराज के 14 गेट खोलना पड़े। इससे नीमच जिले की मनासा व जीरन तहसील के गई गांवों में बाढ़ जैसे हालत बन गए। कई घरों के सामान बह गए और सैकड़ों हेक्टेयर में फसलें पानी में डूब गई।
नीमच जिले के मनासा के नलवा गांव की अरनिया नई आबादी में पांच फीट पानी भर गया। इससे 24 परिवार को बुधवार सुबह 5 बजे से छत पर बैठकर बरसते पानी में 5 घंटे गुजारना पड़े। पानी उतरने पर लोगों ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। सेमली आंतरी में पंचायत भवन आधा डूब गया। यहां 4 परिवार ने छत पर चढ़कर जान बचाई।