भोपाल। भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर एक बच्चे को रोता छोड़ मां शराब पीने चली गई। बच्ची को बिलखता देखकर वहां भीड़ इकट्ठा हो गयो। काफी खोजबीन के बाद पुलिस ने उसके परिजनों का पता लगाया। पुलिस ने परिजनों को समझाइश देकर बच्ची उनके सुपुर्द कर दी।
कोलार रोड स्थित गेहूंखेड़ा निवासी राजू का हलवाई का काम करता हैं। उसकी ढाई साल की बेटी को कुछ माह पहले घर के पास सुअर ने काट लिया था। तब से वह बीमार रहती है। मोहल्ले में रहने वाली एक महिला ने बताया था कि वह छिंदवाड़ा में बच्ची का इलाज करवा देगी। महिला पर भरोसा कर परिजनों ने इलाज कराने के लिए बच्ची को सौंप दिया था। रविवार को बच्ची को लेकर घर से छिंदवाड़ा जाने के लिए निकल गई थी। इसी बीच स्टेशन पर उसे शराब की तलब हुई और वह बच्ची को प्लेटफार्म पर अकेला छोडक़र शराब पीने चली गई।
प्लेटफार्म पर ढाई साल की छोटी बच्ची मिलने की सूचना से पुलिस परेशान हो गई और उसके परिजनों की तलाश करने लगी। बच्ची के पास रखे थेले में से पुलिस को एक कार्ड मिला जिस पर राजेन्द्र हलवाई का नाम लिखा था। पुलिस ने उस नंबर पर फोन लगाया तो बच्ची के पिता का पता चल सका। बच्ची के परिजनों को तलाश करने के लिए पुलिस को चार घंटे मशक्कत करनी पड़ी। इस बीच महिला भी थाने पहुंच गई। पूछताछ में पता चला कि महिला को शराब पीने की लत है। वह बच्ची को प्लेटफार्म पर छोडक़र शराब पीने चली गई थी। जब वह वापस लौटी तो बच्ची नहीं मिली तो वह आसपास उसे ढूंढ रही थी। थाना प्रभारी डीके जोशी ने बताया कि परिजनों द्वारा बच्ची से संबंधित प्रमाण दिखाने पर माासूम को उनके हवाले कर दिया। साथ ही भविष्य में इस तरह की लापरवाही न करने की नसीहत भी दी।