सतना। मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग के मानिकपुर-सतना रेलखंड के रेलवे ट्रैक पर गेटमैन की लापरवाही से क्रासिंग खुली रह गई और डीएमयू पैंसेजर पार कर गई।
गनीमत रही कि मारकुंडी रेलवे फाटक पर बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन को आगे स्टेशन में रुकना था, इसलिए ट्रेन धीमी गति से गुजर रही थी। फाटक क्रास कर रहे राहगीरों ने ट्रेन को देखकर सभी लोगों को सतर्क कर दिया और बड़ा हादसा टल गया।
मंगलवार सुबह यहां ट्रेन के हार्न देने पर जब राहगीरों की नजर उस पर पड़ी तो क्रासिंग पर वाहन देख अफरा-तफरी मच गई। फाटक खुला था और आती नजर आई।
क्रासिंग के पास मौजूद राहगीरों ने शोर मचा दिया और जिससे क्रासिंग पार कर रहे लोग सहम कर जाम हो गए। कुछ ही पल में ट्रेन ट्रैक धड़धड़ाकर क्रासिंग पार कर गई। ट्रेन निकलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
गेटमैन धीरेंद्र कुमार का कहना है कि 402 क्रासिंग इंटरलॉकिंग है। हमें सूचना प्राप्त होने पर ही हमें फाटक बंद करने का निर्देश है। हमे जानकारी नहीं दी गई थी। मैने ट्रेन को देखकर गेट बंद किया है। ट्रेन के आने की जानकारी उसे नहीं दी गई। इसी कारण फाटक खुला रह गया। सिग्नल भी ग्रीन होने धड़ाधड़ ट्रेन निकल गई।
पत्रकार से दुर्व्यवहार
बाद में सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इस दौरान खुले रेलवे गेट की फोटो खींचने पर सेफ्टी विभाग के अधिकारी ने पत्रकार से बदतमीजी करते हुए फोटो खींचने का विरोध करते हुए मोबाइल को पकड़कर नीचे पटक दिया।