शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सुल्तानगढ़ स्थित जल प्रपात में बुधवार दोपहर अचानक पानी बढने की घटना में नदी में फंसे 45 लोगों को हेलीकाॅप्टर की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया।
अंधेरा होने की वजह से हेलीकॉप्टर से राहत एवं बचाव कार्य में परेशानी हुई। इस बीच केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौके पर पहुंच गए हैं।
दोपहर हुई इस घटना में एक दर्जन पर्यटन नदी में बह गए, जबकि 35 पर्यटक नदी में फंसे हुए थे। उन्हें हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया है।
प्रारंभिक जानकारी में यह पता चला है झरने में बहे लोग एवं नदी में फंसे लोगों में अधिकांश ग्वालियर जिले के हैं। सुल्तानगढ़ का यह जलप्रपात शिवपुरी एवं ग्वालियर जिले की सीमा पर स्थित है। इस जलप्रपात पर ग्वालियर शिवपुरी के साथ ही आस-पास के क्षेत्रों से पर्यटक जाते हैं। यह जलप्रपात घने जंगल में स्थित है, यहां रुकने की या सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। पूर्व में भी यहां इस प्रकार की दुर्घटनाएं होती रही हैं।
शिवपुरी के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस सुरेश चंद्र दोहरे ने बताया कि शिवपुरी और ग्वालियर के सीमा क्षेत्र में स्थित सुल्तानगढ़ जलप्रपात पर पिकनिक मनाने आए लगभग 12 लोग अचानक नदी में पानी बढ़ने से 100 फीट ऊंचाई से नीचे गिर गए जबकि लगभग 30 लोग एक चट्टान पर फंसे हुए थे। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच कर वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुट गए।
उन्होंने बताया कि 15 अगस्त का अवकाश होने के कारण बड़ी संख्या में लोग यहां पिकनिक मनाने और प्राकृतिक झरने में नहाने के लिए आए थे। इस दौरान क्षेत्र में हो रही वर्षा के चलते शाम को 4 के आसपास झरने में अचानक पानी का प्रवाह तेज हो गया। मौके पर नहा रहे लोगों में से कई लोग खतरा देखकर तेजी से किनारे पहुंच गए लेकिन लगभग 12 लोग पानी में बह गए।
सूत्रों के अनुसार सुल्तानगढ़ जलप्रपात आगरा-मुंबई फोरलेन मार्ग के निकट शिवपुरी एवं ग्वालियर की सीमा पर स्थित है। जलप्रपात पर स्थित दो चट्टानों पर 30 से अधिक लोग पानी से घिरे हुए हैं। वर्षा का दौर जारी रहने से जलप्रपात की नदी का जलस्तर अभी बढ़ रहा है। जलप्रपात करीब सौ फीट गहरा है।