भोपाल/सागर। प्रदेश में छात्रों द्वारा आत्महत्या करने का सिलसिला लगातार जारी हैं। घटना सागर के तिली गांव में छात्र ने बोर्ड परीक्षा की पढ़ाई के लिए पिता की डांट के बाद फांसी लगा ली।
जानकारी अनुसार क्षेत्र के निवासी श्याम राय बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के सामने साइकिल पंक्चर की दुकान चलाते हैं। उनका 17 वर्षीय पुत्र अशोक उर्फ प्रद्युम्न राय कक्षा 10 वीं का प्राइवेट छात्र था। बीते रोज पिता श्याम ने उसे डांटते हुए मन लगाकर पढऩे की समझाइश दी। पिता की डांट से दुखी छात्र ने देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह जब पिता की आंख खुली तो उन्होंने अपने बेटे का शव फांसी पर लटकता पाया। अशोक गुुरुवार को उसका विज्ञान का प्रेक्टिकल था। पुलिस को उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उसने अपने माता पिता को भगवान बताते हुए लिखा हैं कि मैं अपने मां-बाप को प्यार करता हूं। उन्हें भगवान मानता हूं। मैं उन्हें जिंदगी में कुछ नहीं दे सका। मेरे मम्मी-पापा दुनिया में सबसे अच्छे हैं। मैं अपने पापा को भगवान मानता हूं। लेकिन मैं उन्हें कोई खुशी नहीं दे सका। वो लोग मुझसे बहुत प्यार करते हैं।
अशोक चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। पिता श्याम, पिता का कहना है कि अति निम्न वर्ग का होने के बावजूद मैं, अपने बच्चों को पढ़ाने की कोशिश कर रहा था। अशोक को पड़ोस में ही एक जगह पर ट्यूशन भी लगवाई थी। मुझे बिलकुल नहीं पता था कि वह पढ़ाई को लेकर इतना घबराया हुआ है। उसे किसी तरह का नशा करने की आदत नहीं थी। वह घर व दुकान में हाथ बंटाता था। उसका किसी से कोई विवाद भी नहीं था।
तीसरी बार दे रहा था दसवीं का पेपर
अशोक तीसरी बार कक्षा 10 वीं की परीक्षा दे रहा था। इस बार भी उसके पर्चे सही नहीं गए थे। उसके दोस्त अमन, ओमप्रकाश के अनुसार 8 मार्च को हुआ गणित का पेपर अशोक ठीक ढंग से हल नहीं कर पाया था। जिसको लेकर उसने हम लोगों से चर्चा की थी। वह बताता था कि परीक्षा पास करने को लेकर वह बेहद दबाव महसूस कर रहा है। लेकिन हम लोगों को ये दूर-दूर तक उम्मीद नहीं थी कि वह सुसाइड जैसा कदम उठा लेगा।