भोपाल। भेल के एक अधिकारी को एक हनीट्रैप गिरोह ने दुष्कर्म और वैश्यावृत्ति के अपराध में फंसाने की धमकी देकर डेढ़ लाख से अधिक रुपये ऐंठने का मामला सामने आया है। फरियादी का महीने भर पहले ही हनीट्रैप गिरोह की महिला से नौकरी दिलाने के संबंध में संपर्क हुआ था। इसके बाद महिला का फरियादी के निवास पर आना जाना शुरू हो गया।
गोविंदपुरा पुलिस के अनुसार एस सेंथिल कुमार पुत्र एम सुब्रमण्यिम (41) भेल क्षेत्र में रहते हैं और भेल में आर्टिजन हैं। महीने भर पहले उनका एक महिला से संपर्क हुआ, फिर उस महिला से दोस्ती हो गई और महिला का उनके घर आना-जाना शुरू हो गया। 15 अप्रैल को गिरोह की महिला फिर से फरियादी के घर आई और इस बार अपने साथ एक अन्य महिला को भी लाई।
दोनों महिलाएं फरियादी के साथ एक कमरे में मौजूद थीं। इसी बीच फरियादी के मकान का दरवाजा बाहर से खटखटाया गया। फरियादी ने जैसे ही दरवाजा खोला एक युवक पुलिस की वर्दी में और दूसरा सामान्य कपड़े में उनके घर घुस गए और एक कागज का टुकड़ा दिखाते हुए घर की तलाशी लेने का दबाव बनाया। एक आरोपी ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए कहा कि आपके घर में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली है, इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने हम दोनों को टीम बनाकर भेजा है।
एडीसीपी जोन-2 राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि घर में नकदी कम होने पर आरोपी फरियादी का एटीएम कार्ड लेकर पैसे निकालने गए थे। बैंक खाते में कम पैसा होने के कारण कम निकले, जिससे गुस्सा होकर आरोपियों ने फरियादी को पीटा भी। इसके बाद फरियादी से कुल डेढ़ लाख से अधिक की ठगी कर ली।
10 दिन बाद कराई एफआईआर
घटना करीब 10 दिन पुरानी है। 15 अप्रैल को फरियादी के साथ हनीट्रैप हुआ। इसके बाद वह दस दिन तक पुलिस के पास नहीं पहुंचा। कल फिर से हनीट्रैप गिरोह के लोगों ने पैसे के लिए अड़ीबाजी शुरू कर दी, तब वह गोविंदपुरा थाने पहुंचकर ब्लैकमेल कर अड़ीबाजी करने और झूठे केस में फंसाने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज करा दिया। पुलिसकर्मी बने आरोपी की पहचान छोला थाना क्षेत्र के पुराने बदमाश के रूप में हुई है। एडीसीपी भदौरिया ने बताया कि चारों आरोपी ट्रेस हो गए हैं।