इंदौर। यहां मेदांता हॉस्पिटल में डॉक्टरों की लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। डॉक्टरों ने जिंदा युवक को मृत बताकर अंतिम संस्कार करने को कह दिया।
युवक चंद्रशेखर सेहरिया लॉ का छात्र था। उसके किडनी में समस्या थी। उसके रिश्तेदार मनीष पंवार ने बताया कि शुक्रवार रात लगभग 12 बजे मरीज को मेदांता लेकर पहुंचे थे। जांच के बाद उसे वेंटिलेटर पर रखा और डॉक्टरों ने परिजनों से मिलने भी नहीं दिया। रविवार सुबह उसे मृत घोषित कर दिया। लेकिन जब युवक का शव अंतिम संस्कार के लिए घर ले जाया जा रहा था तो एंबुलेस में उसके शरीर में हरकत हुई और उसने अपनी जुबान से अपनी मां को पुकारा।
इसके बाद आनन फानन में मरीज को दोबारा हॉस्पिटल लाया गया लेकिन डॉक्टरों की गैर मौजूदगी के चलते इलाज नहीं हो पाया। इसके बाद मरीज को बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां इलाज में देरी होने के कारण मरीज ने दम तोड़ दिया। वहीं घटना को लेकर मरीज के परिवार वालों में खासा आक्रोश देखने को मिला परिवार के सदस्यों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए। हॉस्पिटल को सील करने कि मांग की है।