बालाघाट। बेटियां हर क्षेत्र में बाजी मारकर साबित कर रही है कि वो किसी से कम नहीं है लेकिन आज भी बेटी और बेटे में फर्क कर बेटों की चाह में घरेलू हिंसा तक हो जाती है। लेकिन बेटा पैदा न होने से खफा पिता अपनी ही जान का दुश्मन बन जायेगा ये अपने आप में अलग ही घटना है। मध्य प्रदेश के बालाघाट में दो जुड़वा बेटियों के जन्म से एक पति इतना दुखी हो गया कि उसने वैनगंगा नदी के पुल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर लगी। बताया जा रहा है कि उसके दो बेटियां पहले से ही थी।
बालाघाट की वैनगंगा नदी में से कोतवाली पुलिस ने एक शव बरामद किया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दो बेटियों के बाद जुड़वा बेटियों के जन्म से दुःखी पिता वासुदेव पटेल ने बुधवार शाम में वैनगंगा नदी के पुल से कूदकर की आत्महत्या की थी। पुलिस ने होमगार्ड टीम की मदद से करीब 5 घंटे के रेस्क्यू के बाद आज गुरुवार की दोपहर में शव बरामद कर लिया है।
पिता वासुदेव उम्र 35 वर्ष ने वैनगंगा नदी के बड़े पुल से छलांग लगा दी थी। मृतक वासुदेव पटले जोकि पुनी गांव का रहने वाला है। युवक ने वैनगंगा नदी के बड़े पुल से फोन में बात करते हुए छलांग लगा ली थी। जिसकी सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम मौके पर पहुंची और युवक की तलाश में जुटकर शव को बरामद किया गया।
कोतवाली पुलिस की माने तो आत्महत्या के पीछे की वजह यह है कि उसकी पहले से दो बेटियां है और फिर उनके घर में बुधवार शाम जुड़वा बेटियों ने जन्म लिया जिस वजह से उसने यह कदम उठाया है। शख्स के दो बेटियां पहले से थी। 4 बेटियां होने से नाराज शख्स द्वारा ऐसा आत्मघाती कदम उठाना अब उस परिवार के लिए ताउम्र किसी सदमे से कम नहीं है जो मृतक के भरोसे थे।