दतिया। वाकई प्यार अंधा होता है। तभी तो 33 साल की कुंवारी ट्यूटर को अपने ही नाबालिग स्टूडेंट से प्यार हो गया, केवल प्यार ही नहीं, वह उसे अपना पति तक मानने लगी थी। पिछले साल करवा चौथ पर उससे मांग भरवा ली। लेकिन फिर हालात ऐसे बने कि इस बार करवा चौथ से पहले उसे फांसी लगाकर जान देनी पड़ी। इस नाकाम मोहब्बत के किस्से पूरे प्रदेश में चर्चित हैं।
दतिया शहर में पण्डों के मोहल्ले में रहने वाली 33 साल की विवेचना शर्मा डीएड-बीएड पास थी। वह मोहल्ले में ही रहने वाले एक 16 साल के 9वीं के छात्र को कोचिंग पढ़ाती थी। 2 साल पहले जब लड़के की उम्र 14 साल थी, तभी विवेचना को उससे प्यार हो गया।
पिछले साल तो हद ही हो गई। करवा चौथ पर विवेचना ने उसके लिए व्रत रखा। उसके हाथों से मांग भरवा ली और उसी के हाथों व्रत भी खोला। तब परिजन को इस लव स्टोरी का पता चला। घर में खूब हंगामा मचा।
इसके बाद विवेचना ने लड़के को कोचिंग पढ़ाना बंद कर दिया और संविदा शिक्षक भर्ती के लिए तैयारी करने लगी। लेकिन दोनों का मिलना-जुलना जारी रहा।
गत बुधवार सुबह 7 बजे वह कोचिंग पढ़ने गई और 8 बजे घर लौट आई। इसके बाद उसने अपने कमरे में जाकर साड़ी के फंदे से फांसी लगा ली। जब वह काफी देर तक घर में नहीं दिखी तो परिजन ने उसे पूजा वाले घर में देखा। पूजा वाला कमरा अंदर से बंद था।
विवेचना के भाई ने खिड़की से झांककर देखा तो उसका शव फंदे पर लटका हुआ था। पिता व भाई खिड़की तोड़कर अंदर घुसे लेकिन तब तक विवेचना की मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव उतारकर पीएम के लिए भेजा।
प्रेमी व चचेरा भाई लापता
मृतका के भाई ने अस्पताल में चर्चा के दौरान बताया कि खलकापुरा मोहल्ला में रहने वाले नाबालिग प्रेमी के चचेरे भाई ने सुबह हमारे घर फोन किया था। उसने हमें अपने घर बातचीत करने के लिए बुलाया था। हम बातचीत करने के लिए उनके घर जाने ही वाले थे, तब तक विवेचना ने फांसी लगाकर जान दे दी। इसके बाद से ही नाबालिग प्रेमी व उसका चचेरा भाई मोबाइल फोन बंद कर गायब हैं।