इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर की एमआईजी थाना पुलिस ने पत्रकार
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपित महिला सलोनी अरोरा काे कल शाम मुम्बई से गिरफ्तार कर आज इंदौर जिला सत्र न्यायलय की प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी अंशु चौहान के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे चार दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
उप पुलिस महानिरीक्षक हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि 12-13 जुलाई की रात याग्निक अपने कार्यालय की तीसरी मंजिल से कूद गए थे। तद्पश्चात उन्हें उपचार के लिए नजदीकी चिकित्सालय में भर्ती किया गया। जहां देर रात उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।
पुलिस ने मामले में 13 जुलाई को मर्ग कायम कर जांच शुरू की थी। मिश्र के अनुसार पुलिस ने घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज और मृतक के परिजनों, सहकर्मियों के बयान के आधार पर प्रारम्भिक जांच में ही स्पष्ट हो गया था कि याग्निक ने आत्महत्या की है।
डीआईजी ने बताया कि याग्निक ने अपने भाई के साथ अपनी मृत्यु से 5 दिन पहले ही अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक इंदौर को एक आवेदन प्रस्तुत कर एक महिला पत्रकार द्वारा प्रताड़ित किए जाने, षड्यंत कर उन्हें फंसाए जाने, ब्लैकमेल करते हुए 5 करोड़ रुपए की मांग किए जाने के संबंध पत्र सौंपा था।
हालांकि उन्होंने आरोपित महिला पत्रकार के विरुद्ध कर्रवाई की मांग न करते हुए केवल इसी महिला पत्रकार द्वारा उनके खिलाफ शिकायत करने पर उनका पक्ष भी सुने जाने की बात कही थी।