इंदौर। इंदौर के एमवाय अस्पताल में एक दिन की नवजात बच्ची की मौत हो गई। बच्ची को शाजापुर से गंभीर हालत में रैफर किया गया था। उसके शरीर पर चाकू के कई निशान थे। डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की उसका ऑपरेशन भी किया लेकिन खून ज्यादा बह जाने की वजह से उसे बचा न पाए।
बताया जा रहा है कि उसके दादा का निधन चार दिन पहले ही हुआ था। इसलिए वह अपनी मां के साथ ननिहाल में थी वहीं घायल हुई। लेकिन इस मामले में सवाल यह उठते हैं कि इतनी छोटी बच्ची के शरीर पर चाकू से घाव कैसे हुए। ऐसे में पुलिस की शक की सुई उसकी मां के आसपास घूम रही है।
मोहन बरोदिया थाना क्षेत्र से मंजू और रायसिंह अपनी नवजात को लेकर बुधवार शाम को शाजापुर के जिला अस्पताल से इंदौर एमवाय लेकर पहुंचे थे। उसके शरीर पर चाकू के कई घाव थे। डॉक्टरी जांच में जब पूछा गया कि ये घाव कैसे हुए, उसे किसने मारा तो माता-पिता कुछ नहीं बता रहे। उनका कहना है ति घाव अपने आप हो गए। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि यह घाव किसी चाकू या नुकीली चीज के हैं।
इस मामले में पीडियाट्रिक विभाग प्रमुख डॉ. ब्रजेश लाहोटी का कहना है कि बच्ची गंभीर हालत में आई थी। उसके ऊपर जो घाव हैं वह सामान्य नहीं हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद असल खुलासा हो सकेगा। उसका खून भी काफी बह चुका था, देर रात उसकी मौत हो गई। वहीं शाजापुर पुलिस भी इस मामले में जांच कर रही है।